सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के आरा में खाकी वर्दी को दागदार कर देने का मामला सामने आया है. जहां बालू लदे ट्रकों से पुलिस की डायल 112 गस्ती टीम के द्वारा अवैध वसूली करने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि पुलिस कर्मी सड़क पर वाहन चेकिंग की आड़ में बालू लदे वाहनों से नजराना वसूलते नजर आ रहे हैं. इधर पुलिस कर्मियों के द्वारा अवैध वसूली का वायरल वीडियो की जानकारी जैसे ही भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव को मिली उनके द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अवैध वसूली में शामिल दोषी दो सिपाही और एक सैप हवलदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.साथ दोषी तीनों पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का अनुशंसा कर दिया गया है.
बहरहाल बेधड़क सड़कों पर पुलिस के डायल 112 की टीम के द्वारा बालू लदे ट्रकों से अवैध वसूली के दौरान वहां उपस्थित कुछ लोगों ने वसूली करते पुलिस कर्मियों का वीडियो अपने कमरे में बना लिया. उसे अब सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया. जिसके बाद से पुलिस की अवैध वसूली की चर्चा जिले में काफी जोर से हो रही है.अवैध वसूली के मामले में तीन सिपाही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मियों को जेल भेजने के बाद अन्य पुलिसकर्मियों में भय का माहौल है. वीडियो वायरल होने और एएसपी मौके पर पहुंचे तो रंगे हाथ पैसा उगाही करते पुलिसकर्मी पकड़े गए. एक सैप जवान समेत दो बिहार पुलिस के सिपाही सस्पेंड कर जेल भेज दिए गए. अब इन पर विभागीय कार्रवाई होगी.
दरअसल यह पूरा मामला चांदी थाना इलाके के कोसिहान गांव के पास की है. इस घटना की पुष्टि करते हुए भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि शनिवार की देर रात सहार इलाके में तैनात डायल 112 की पुलिस गस्ती वाहन चांदी थाना इलाके के कोसिहान गांव के पास वाहन चेकिंग के नाम पर बालू लदे ट्रक के चालकों से अवैध वसूली कर रहे थे.इसकी सूचना जैसे ही भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव को मिली उन्होंने तुरंत आरा सदर एसडीपीओ चंद्र प्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की जांच करने का निर्देश दिया.
एसडीपीओ चंद्र प्रकाश मौके पर पहुंचे तो देखा कि डायल 112 बोलेरो गाड़ी का सैप चालक रविशंकर सिंह ट्रक चालकों से अवैध वसूली कर रहा था. वही दोनों सिपाही शिव कुमार और विजय प्रसाद ट्रकों को रोके हुए थे. अवैध वसूली में तीनों पुलिस कर्मियों की संलिप्ता पाई गई. इसके बाद रात में ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और थानाध्यक्ष सौरव कुमार के बयान पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर तीनों दोषी पुलिस कर्मियों को जेल भेज दिया गया.फिलहाल इस मामले में तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का भी अनुशंसा की गई है.
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