सिटी पोस्ट लाइव
पटना। शिक्षकों द्वारा फर्जी अटेंडेंस बनाने की लगातार बढ़ती शिकायतों से परेशान और आहत शिक्षा विभाग ने अब इस मामले में सख्त कदम उठाने का बड़ा निर्णय लिया है। यह निर्णय राज्य के लाखों छात्रों और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के लिए एक कड़ा संदेश है। शिक्षा विभाग ने अब स्पष्ट रूप से घोषणा की है कि जो शिक्षक फर्जी तरीके से अटेंडेंस बनाएंगे, उनके खिलाफ न केवल विभागीय कार्रवाई होगी, बल्कि सस्पेंशन और दंडात्मक कदम भी उठाए जाएंगे।
अनेक छात्रों और अभिभावकों की चिंता का समाधान करते हुए विभाग ने यह फैसला लिया है कि किसी भी तरह से छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक और उनके संरक्षण में शामिल अधिकारियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह कदम राज्य में शिक्षा के स्तर को बचाने के लिए उठाया गया है, जहां एक छोटे से गड़बड़ी के कारण पूरे सिस्टम की विश्वसनीयता दांव पर लग जाती है।
शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि यह सिर्फ एक जागरूकता अभियान नहीं, बल्कि इस धोखाधड़ी की सख्त खिलाफत का भी संकेत है। अब अगर कोई शिक्षक फर्जी अटेंडेंस बनाने की कोशिश करता है तो उसे केवल नौकरी से हाथ नहीं धोना पड़ेगा, बल्कि उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। विभाग ने यह चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने पर संबंधित अधिकारी और शिक्षक दोनों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग का यह फैसला छात्रों और अभिभावकों के लिए एक उम्मीद की किरण है। अब यह निश्चित है कि कोई भी शिक्षक अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकता और छात्रों का भविष्य खतरे में नहीं आएगा।