सिटी पोस्ट लाइव : राजधानी पटना में साइबर अपराधी हर रोज लोगों के खातों से लाखों रूपये उड़ा रहे हैं.पटना पुलिस के अनुसार पिछले दस दिनों में सात थानों में 12 ऐसे धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुये हैं.इनके बैंक खातों में सेंध लगाकर शातिर करीब 20 लाख रुपए उड़ा चुके है.पुलिस गिरफ्तारी तो दूर गिरोह की पहचान तक नहीं कर सकी है.इस मामले में पीरबहोर, दीघा, कोतवाली, पत्रकार नगर, दीघा, रुपसपुर और एसके पुरी थाने में केस भी दर्ज है, लेकिन गिरफ्तारी तो दूर गिरोह की पहचान तक नहीं की जा सकी है.
पुलिस के अनुसार सबसे अधिक मामले एप डाउनलोड कराकर और लिंक भेजकर खाते से रकम उड़ाने के मामले सामने आए हैं. शातिर खाते से रकम ट्रांसफर करने के दस से बीस मिनट के भीतर ही खाते से निकासी कर ले रहे हैं. पुलिस की मानें तो साइबर ठग फर्जी नाम और पता पर खाता खोल रुपये ट्रांसफर कर निकासी कर रहे है. हाल ही में पत्रकार नगर और कंकड़बाग थाने की पुलिस एटीएम के बाहर साइबर ठगों को गिरफ्तार की थी, लेकिन गिरोह के सभी सदस्य पुलिस की पहुंच से दूर है.
साइबर अपराध के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा बिहार में वर्ष 2021 में जहां 1560 केस दर्ज किए गए तो वहीं वर्ष 2022 में बढ़कर 24 सौ से अधिक हो गए. पटना में सबसे अधिक साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे है. शहरी क्षेत्र में 30 हजार से दो से पांच लाख रुपये की निकासी के मामले में हर दो चार दिन में थानों में दर्ज हो रहे है. छानबीन में पता चला कि साइबर अपराधी पटना, नालंदा, गया, शेखपुरा और जमुई जिला को अपना गढ़ बना लिया है. इसके साथ ही बेतिया, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर और मधुबनी में सक्रिय होते जा रहे हैं.
22 और 23 मार्च को दीघा थाने में 12.50 लाख रुपये साइबर ठगी का केस किया गया. 15 मार्च को पीरबहोर थाने में 52 हजार निकासी और 22 मार्च को मो. आरिफ और मारिया के खाते से 98 हजार व 39 हजार रुपये निकासी का मामला सामने आया. 17 मार्च को एसकेपुरी में 53 हजार रुपये, 20 मार्च को रूपसपुर में 1.5 लाख रुपये, 21 मार्च को पत्रकार नगर में 60 हजार और 1.50 लाख रुपये की निकासी का मामला दर्ज हुआ. इसी तरह पाटलिपुत्र थाना और कोतवाली थाने में दो केस दर्ज हुआ है.
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