परीक्षा घोटालों के आरोपियों की संपत्ति होगी जब्त, निशाने पर तीन कोचिंग संस्थान.

Manshi Sah

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: डीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि आर्थिक अपराध इकाई को और मजबूत किया जा रहा है ताकि परीक्षा घोटालों से जुड़े सभी संगठित गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि एजेंसी अब परीक्षा लेने वाली संस्थाओं को भी कंसल्टेंसी प्रदान करेगी और एक व्यापक डाटा बैंक तैयार किया जाएगा, जिसमें पूरे संगठित गिरोह की जानकारी शामिल होगी। यह डाटा बैंक सभी गिरोहों की कुंडली तैयार करेगा, ताकि भविष्य में उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

आगे की कार्रवाई

डीजी कुंदन कृष्णन ने यह भी स्पष्ट किया कि जो संगठित गिरोह परीक्षा के माध्यम से संपत्ति अर्जित करेंगे, उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान फैल रहे सभी भ्रामक समाचारों पर निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में कोई प्रश्न पत्र लीक होने की बात को खारिज किया।

वहीं डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि सभी संगठित गिरोहों के खिलाफ नए कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है। अगर किसी परीक्षा केंद्र में घोटाला सामने आता है तो उस केंद्र की सभी चल और अचल संपत्ति जब्त की जाएगी।

कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई

बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में तीन कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता सामने आई है। इन तीनों कोचिंग संस्थानों के खिलाफ अब कार्रवाई की जाएगी, साथ ही इनके संचालकों के खिलाफ वारंट भी जारी किए जाएंगे।

आर्थिक अपराध इकाई ने बताया कि जल्द ही इन संस्थानों के खिलाफ कोर्ट में कार्रवाई की जाएगी और उनके संचालकों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि परीक्षा घोटालों से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और सभी को कड़ी सजा दिलवाने के लिए जांच जारी रहेगी।

NEET पेपर लीक कांड

संज़ीव मुखिया, जो कि नीट पेपर लीक कांड का मुख्य सरगना है। इनके खिलाफ अब अदालत से वारंट लिया जाएगा। उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। डीजी कुंदन कृष्णन ने यह जानकारी दी कि नीट पेपर लीक कांड के सभी आरोपियों के बारे में पूरी जानकारी केंद्र सरकार की एजेंसी ईडी को भी दे दी गई है।

वहीं अब तक, 2012 से 10 परीक्षा घोटालों के मामलों में 545 अभियुक्तों को चिन्हित किया गया है, जिनमें से 250 से अधिक आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिए गए हैं।

संज़ीव मुखिया की गिरफ्तारी

संज़ीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई गई है। आर्थिक अपराध इकाई अब उनके रिश्तेदारों की संपत्तियों की भी जांच करेगी, और यदि उन्होंने संजीव मुखिया की संपत्ति से अपनी संपत्ति बनाई है, तो वह भी जब्त की जाएगी और उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किए जाएंगे।

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश जाता है कि आर्थिक अपराध इकाई किसी भी कीमत पर परीक्षा घोटालों से जुड़े आरोपियों को बचने का मौका नहीं देगी और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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