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पटना। बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की लगातार सख्त कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में बिजली विभाग के सीईओएस अखिलेश कुमार को ₹30,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। यह घटना आज पटना के पेसू में हुई, जब सीईओएस ने एक पीड़ित से ₹90,000 की घूस की मांग की थी। यह रकम तीन किश्तों में दी जानी थी, जिसमें आज पहली किश्त ₹30,000 दी जा रही थी। जैसे ही पीड़ित ने रकम दी, निगरानी विभाग की टीम ने तुरंत छापेमारी की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अखिलेश कुमार द्वारा ₹90,000 की रिश्वत की मांग के बाद पीड़ित ने निगरानी विभाग को सूचना दी। विभाग ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए पीड़ित को पहली किश्त का भुगतान करने को कहा। जैसे ही पीड़ित ने ₹30,000 दिए, निगरानी विभाग की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। यह गिरफ्तारी विभाग की भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर निगरानी और कार्रवाई के प्रयासों को दर्शाती है।
निगरानी थाना में कांड संख्या 01/2025 के तहत मामला दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता प्रमोद कुमार और अखिलेश कुमार चौधरी ने 3 जनवरी को निगरानी ब्यूरो को सूचित किया कि उन्होंने ऑनलाइन नीलामी से स्क्रैप सामग्री खरीदी थी, लेकिन गेट पास जारी करने के लिए अखिलेश कुमार द्वारा प्रति गाड़ी ₹10,000 की मांग की जा रही थी। जांच के बाद आरोप सही पाए गए। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसने आरोपी अखिलेश कुमार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
आरोपी से पूछताछ के बाद उसे निगरानी न्यायालय, पटना में पेश किया जाएगा। निगरानी ब्यूरो ने रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए आम जनता से शिकायत दर्ज कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। रिश्वतखोरी से संबंधित किसी भी जानकारी या शिकायत के लिए ब्यूरो के टोल-फ्री नंबर 0612-2215033, 2215030, 2215032 या मोबाइल नंबर 7765953261 पर संपर्क किया जा सकता है।