सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व शराबबंदी वाले बिहार में मद्य निषेध विभाग की कार्रवाई तेज कर दी गई है. दियारा क्षेत्र के लिए नई गाड़ियां मंगाई गई है. रेगिस्तान में एडवेंचर के लिए इस्तेमाल होने वाली गाड़ी को शराब पकड़ने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद भी VIP लोग शराब पी रहें है. मद्य निषेध विभाग के आंकड़े बताते है कि उत्पाद और पुलिस विभाग के गिरफ्त में VIP लोग भी आ रहें है. मद्य निषेध विभाग हो या फिर पुलिस।दोनों की ओर से की जा रही कारवाई में माननीय शराब पीते पकड़े जा रहें है.
मद्य निषेध विभाग कमीशनर विनोद कुंजियाल के अनुसार शराब माफियाओं को पकड़ने के लिए नए तकनीक का सहारा लिया जा रहै. ब्रेथ एनेलाइजर से लेकर वैन पोर्टेवल स्कैनर को इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि शराब पीने वाले पकड़े जा रहें है. पकड़े जाने वाले में माननीय भी शामिल है. डॉक्टर, वकील और चुने हुए प्रतिनिधि भी इसमें शामिल है.1605 गणमान्य लोग शराब पीए हुए पकड़े गए हैं. 120 सरकारी कर्मी की भी गिरफ्तारी हुई है. मद्य निषेद विभाग की ओर से 36 डाक्टर और पुलिस ने 3 डाक्टरों को गिरफ्तार किया है.शराब पिटे पकडे जानेवाले चुने हुए जनप्रतिनिधियों की कुल संख्या 38 है.
शराब पीने वालों के पकड़ने के साथ आधार ऑथेंकिटेशन भी की जा रही है. दोबारा पी कर पकड़े जाने पर एक साल के लिए जेल भेजा जाता है. दोबारा शराब पीकर पकड़े जाने वाले की संख्या काफी है. 10 से 15 पियक्कड़ों को दोबारा पकड़ा जा रहा है.शिकायतों की संख्या बढ़ी है. हर दिन साढ़े तीन सौ से चार सौ शिकायतें रोज आ रहे हैं.बिहार के बाहर से पीकर आने वाले को पकड़ा जा रहा है. बिहार के बाहर से पीकर पहुंचने वाले में अब तक कुल 29 लाख लोगो की जांच की गई जिसमे से दो लाख लोगो पकड़े गए हैं.
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