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जमुई। जिले के झाझा थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के चलते एक बुजुर्ग दंपति की निर्मम हत्या कर दी गई। घटना कानन पंचायत के चिलको गांव की है, जहां ग्रामीणों ने 75 वर्षीय जागेश्वर भुल्ला और उनकी 63 वर्षीय पत्नी जासो देवी को डायन बताकर तेजधार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई।

झाड़-फूंक कर मृतक को जिंदा करने का दबाव बना रहे थे ग्रामीण
बताया जा रहा है कि चिलको गांव के निवासी खीरु नैया की सोमवार को किसी बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद ग्रामीणों ने अंधविश्वास के चलते आरोप लगाया कि गांव के बाहर श्मशान घाट में रहने वाले बुजुर्ग दंपति की वजह से खीरु की मृत्यु हुई है। ग्रामीणों ने जबरन दंपति को श्मशान घाट से पकड़कर गांव लाया और उन पर झाड़-फूंक कर खीरु को जिंदा करने का दबाव डाला। जब ऐसा नहीं हुआ, तो खीरु के घरवालों और अन्य ग्रामीणों ने तेजधार हथियार से हमला कर दोनों की हत्या कर दी।

मौके पर पहुंची पुलिस और FSL टीम
घटना की सूचना मिलते ही झाझा थाना प्रभारी संजय सिंह और एसडीपीओ राजेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद एसपी मदन कुमार आनंद ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की और मृतक के पुत्र से पूछताछ की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल जमुई भेज दिया। एफएसएल टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्र किए।

अंधविश्वास सहित अन्य बिंदुओं पर जांच जारी : SP
मृतक दंपति के बेटे त्रिलोकी नैया ने बताया कि खीरु नैया पहले से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था। लेकिन उनके परिजनों ने यह मान लिया कि जादू-टोना के कारण उनकी मृत्यु हुई है। त्रिलोकी ने आरोप लगाया कि अशोक नैया, राजू नैया और कुछ अन्य ग्रामीणों ने उनके माता-पिता की निर्मम हत्या की है।
एसपी मदन कुमार आनंद ने बताया कि खीरु नैया के शव पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट नहीं हुआ कि उनकी मौत कैसे हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसका खुलासा होगा। पुलिस अंधविश्वास और हत्या के अन्य पहलुओं की जांच कर रही है और सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।