भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी करोड़ों की लागत से बन रही सड़क, उखड़ने लगे डामर

Rahul
By Rahul

सिटी पोस्ट लाइव
चैनपुर ।
ग्रामीणों द्वारा सड़क निर्माण की मांग करते हुए कई साल बीत जाते हैं और बड़ी मुश्किल से मांग पूरी होने के बाद सड़क बनाने या मरम्मत की स्वीकृति मिलती है। ग्रामीणों की मांग पर सरकार करोड़ों रुपए सड़क निर्माण के लिए स्वीकृत करती है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी सड़कों का निर्माण गुणवत्तापूर्ण तरीके से नहीं किया जाता है ठेकेदार मेरी मर्जी के तर्ज पर सड़क निर्माण का कार्य करते हैं। जैसे तैसे सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर राशि का बंदरबांट कर देते हैं।

ऐसा ही एक ताजा मामला चैनपुर प्रखंड में भी देखने को मिला है चैनपुर प्रखंड के केडेग गाँव से सीरा सीता धाम तक 5 किलोमीटर सड़क का निर्माण आरईओ विभाग से कराया गया है। सड़क निर्माण कर पूर्ण हुए 15 दिन भी बीता नहीं है कि सड़क उखड़ने लगी है। ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण कार्य काफी घटिया तरीके से कराया गया है जिसे लेकर कई गांव के ग्रामीण काफी आक्रोशित है।

ग्रामीण कुमुद टोप्पो, प्रताप तिर्की, संतोष कुजुर, रोनिल कुजुर, संतोष मिंज, शिव कुमार, एनामुएल लकड़ा, पवन लकड़ा सहित कई लोगों ने कहा कि आजादी के पास पहली बार हमारे गांव में सड़क का निर्माण हुआ है। बरसों से सड़क निर्माण के मांग को लेकर हम परेशान थे अब कहीं जाकर सड़क निर्माण कार्य पूर्ण हुआ जो भी भ्रष्टाचार का भेट चढ़ गया है। उन लोगों ने बताया कि निर्माण के 10 दिन भी नहीं हुए और सड़क उखड़ने लगा डाबर उखाड़ने लगा है।

काफी संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतरकर जिप सदस्य मेरी लकड़ा को बुलाकर घटिया सड़क निर्माण से अवगत कराया, जीप सदस्य मेरी लकड़ा घटिया सड़क निर्माण कार्य देखकर भड़क गई। ग्रामीणों ने जीत सदस्य के माध्यम से विभाग से मांग किया है कि सड़क का गुणवत्तापूर्ण निर्माण हो अन्यथा हम सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।

इस संबंध में जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा ने कहा कि अर्षो से इस क्षेत्र के ग्रामीण सड़क के लिए काफी परेशान थे सड़क निर्माण कार्य हुआ भी तो लोगों में खुशी नहीं है क्योंकि यह सड़क निर्माण कार्य काफी घटिया तरीके से कराया गया है। सड़क अपने आप टूट रहा है पैदल चलने से भी सड़क खराब हो जा रहा है तो गाड़ी चलने पर क्या हाल होगा।

सरकार द्वारा सड़क निर्माण कार्य में करोड़ों रुपए खर्च किया जाता है मगर विभाग्य इंजीनियरों के लापरवाही का खामी आज आम ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है। ठेकेदार एवं विभागीय मिली भगत में पैसों का बंदर बात कर दिया जाता है मगर ऐसा बिल्कुल नहीं चलेगा सड़क निर्माण कार्य दोबारा होना चाहिए अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

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