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अतीक के समर्थन में नारा लगानेवालों की धड़-पकड़ शुरू.

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सिटी पोस्ट लाइव : गैंगस्टर अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ अहमद और बेटे असद अहमद के समर्थन में पटना में नारेबाजी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.बिहार के अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने उनकी हत्याओं को उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार की साजिश करार दिया है. रमजान के महीने के आखिरी दिन अलविदा की नमाज अदा करने के लिए पटना जंक्शन के पास जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग जमा हुए. नमाज के बाद, उनमें से एक वर्ग सड़कों पर निकल आया और शहीद अतीक अहमद अमर रहे, अशरफ अहमद अमर रहे, और असद अहमद अमर रहे के नारे लगाए. उन्होंने केंद्र और यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की है.

 

विरोध प्रदर्शन में गजनवी ने कहा: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अतीक अहमद, उनके भाई और बेटे की हत्या के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने अपराधियों को सुनियोजित तरीके से हत्या करने के लिए इस्तेमाल किया है. राज्य सरकार, यूपी पुलिस, मीडिया और अदालत साजिश में शामिल हैं.यह पूछे जाने पर कि क्या अतीक अहमद अपराधी था, उन्होंने कहा: देश में कानून और अदालतें हैं. अगर अदालत उन्हें मौत की सजा देती है, तो हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन उन्हें मारने के लिए अपराधियों का जिस तरह इस्तेमाल किया गया वह आपत्तिजनक है. अदालत ने उत्तर प्रदेश पुलिस को रिमांड दिया था और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराना उनकी जिम्मेदारी थी. तीन लोग आए और उन्होंने सुनियोजित तरीके से दोनों की हत्या कर दी.

 

उन्होंने कहा, हमने अल्लाह से शहीद अतीक अहमद और उनके भाई की शहादत स्वीकार करने की दुआ की है. विरोध मार्च के दौरान जामा मस्जिद के आसपास पुलिसकर्मी तैनात थे लेकिन उन्होंने तब कोई कार्रवाई नहीं की. अब पटना पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए कई जगहों पर छापेमारी कर रही है.घटना के बाद, पुलिस प्रदर्शनकारियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई में जुट गई, विशेष रूप से रईस गजनवी को, जो नारेबाजी करने वालों में शामिल था.गजनवी के बारे में कहा जाता है कि वह मस्जिद के पास चमड़े के बैग की दुकान चलाता था. जब मीडियाकर्मियों ने उनके पेशे के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वह सिर्फ सड़कों पर घूमते हैं.

 

कोतवाली पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए पहुंची लेकिन वह नहीं मिला. इस बीच, भाजपा ने विरोध प्रदर्शन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और पार्टी नेता हरिभूषण ठाकुर ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. ठाकुर ने कहा, जिस तरह से लोगों ने मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद के पक्ष में नारे लगाए हैं, वह सही नहीं है. इन लोगों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए या एनकाउंटर में मार देना चाहिए.उन्होंने कहा- हर कोई जानता है कि अतीक अहमद कौन था. लोग उसकी हत्या के बाद बिहार में माहौल बना रहे हैं. मुख्यमंत्री को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.

 

भाजपा ओबीसी मोर्चा के महासचिव और बिहार भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने महागठबंधन सरकार पर राष्ट्रविरोधी और आपराधिक तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. आनंद ने कहा- बिहार में राजद, जदयू, कांग्रेस और वाम दल अपराधी अतीक अहमद की मौत पर मर्सिया गा रहे हैं। राजधानी पटना में अगर अतीक को शहीद बताकर नारेबाजी की गई तो यह नीतीश कुमार की पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है. वह गृह मंत्री का पद अपनी जेब में रखकर राजद की गोद में बैठकर पीएफआई और देश विरोधी तत्वों को बिहार में पनपने का अवसर दे रहे हैं.

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