सिटी पोस्ट लाइव
रांची । क्षत्रिय समाज द्वारा रांची यूनिवर्सिटी गेट से फिरायालाल तक आक्रोश मार्च के साथ पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस बाबत मीडिया द्वारा पूछे जाने पर आक्रोश मार्च में शामिल क्षत्रिय समाज की ओर से बताया गया कि बीते शुक्रवार 27 दिसंबर को बिहार के रोहतास जिले के डेहरी निवासी बादल सिंह अपने जन्मदिन के मौके पर दोस्तों के साथ बर्थडे पार्टी खुशी-खुशी मना रहे थे। लेकिन ट्रैफिक डीएसपी मोहम्मद आदिल बिलाल मौके पर पहुंचे व पार्टी में खलल डालने लगे, तथा अपने बॉडीगार्ड के साथ पहले अभद्र व्यवहार किया, फिर विरोध करने पर दोनों ओर से नोक-झोंक हुई।
तब तक पार्टी मना रहे युवकों को पता नहीं था कि उनकी पार्टी में कोई पुलिस वाला पहुंचा है, चूंकि डीएसपी बॉडीगार्ड के साथ सादे लिबास में थे। बात बढ़ी तो बिना सोचे समझे डीएसपी व उनके बॉडीगार्ड द्वारा अपनी पिस्तौल से अंधाधुंध फायरिंग की जाने लगी। इस घटना में बादल कुमार सिंह नामक युवक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। विरोध प्रदर्शन में उपस्थित लोगों ने बताया कि सवाल उठता है कि देर रात यातायात डीएसपी बर्थडे पार्टी में क्यों पहुंचे थे? ट्रैफिक डीएसपी को तो सड़क पर यातायात व्यवस्था देखने का काम होता है, लेकिन वह अपने कार्य क्षेत्र से अलग हटकर पार्टी में कैसे पहुंच गए? कहा कि यदि डीएसपी को किसी तरह का कुछ शक भी था तो स्थानीय पुलिस को सूचना देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया?
ऐसे में ट्रैफिक डीएसपी की कार्य शैली पर सवाल उठता है? उन्होंने कहा कि आरोपी डीएसपी पर पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने की बजाय छुट्टी पर भेज दिया जाता है, जब रक्षक हीं भक्षक बन जाए,यह पुलिस प्रशासन की कैसा न्याय है? हम सभी क्षत्रिय समाज बिहार सरकार व पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द आरोपी ट्रैफिक डीएसपी मो. आदिल बिलाल को बर्खास्त कर 302 की मुकदमा दर्ज कर, त्वरित कार्रवाई करते हुए फास्ट ट्रैक के तहत फांसी की सजा सुनाई जाए। नहीं तो हम क्षत्रिय समाज अपनी स्वाभिमान, रक्षा व न्याय के लिए झारखंड बिहार में ही नहीं पूरे देश में क्षत्रिय समाज पुरजोर तरीके से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
आक्रोश मार्च में मुख्य रूप से राम सिंह, प्रोफेसर डॉ धीरज सिंह सूर्यवंशी, राणा हर्ष वीर सिंह, पुरुषोत्तम सिंह, रमाकांत सिंह, श्याम किशोर सिंह, बलराम सिंह, पुरुषोत्तम सिंह, सुनील कुमार सिंह, राजेश सिंह ,दिलीप सिंह, बीके सिंह, संतोष सिंह, संजय सिंह, संजीव सिंह, राणा प्रिया रंजन सिंह, अशोक सिंह, अमूल्य सिंह पिंटू, नागेश्वर सिंह, मुकुल सिंह, विनोद सिंह, राहुल सिंह, कारण सिंह, राजकीय राजकुमार सिंह, प्रवीण सिंह, सुनील कुमार सिंह, कमलकांत सिंह, संजीव सिंह, विनोद सिंह, रंजय कुमार सिंह सहित क्षत्रिय समाज के सैकड़ो युवा, महिला, बुजुर्ग के साथ विभिन्न सामाजिक व सांस्कृतिक वर्गों के बुद्धिजीवी, गणमान्य लोग शामिल रहे।