तेजस्वी की गर्दन दबोचने की फिराक में CBI-ED.
लैंड फॉर जॉब मामला:ईडी ने राबड़ी से पूछा- 3.5 करोड़ में बेची जमीन, तेजस्वी को कितने पैसे दिये.
सिटी पोस्ट लाइव : जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से गुरुवार को 4 घंटे तक पूछताछ की. यह पूछताछ RJD विधायक किरण देवी और राज्य सभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी के ठीक 48 घंटे बाद की गई है. ज्यादातर सवाल उनकी और परिवार के सदस्यों के नाम पर अर्जित संपत्ति और जमीन से जुड़े थे. राबड़ी देवी सुबह करीब 10 बजे ईडी मुख्यालय पहुंचीं और दोपहर करीब डेढ़ बजे तक उनसे पूछताछ चलती रही.
ईडी ने राबड़ी से यह भी पूछा कि क्या यह सही है कि ग्रुप डी के अभ्यर्थियों से चार प्लॉट सिर्फ 7.5 लाख रुपए में खरीदे गए जिसे उन्होंने पूर्व विधायक सैय्यद अबू दोजाना को बेचकर 3.5 करोड़ अर्जित किए? क्या यह भी सही है कि कैश का अधिकांश हिस्सा तेजस्वी यादव के खाते में गया? कितने पैसे, कब और कैसे ट्रांसफर किए गए? सूत्रों के अनुसार पूछताछ में राबड़ी देवी ने बार-बार यही कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है.
ईडी ने अपनी जांच सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर शुरू की है. रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी के बदले जमीन मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव भी अभियुक्त हैं. ईडी इस मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद की बेटियों से पहले ही पूछताछ कर चुकी है. सीबीआई ने इसी मामले में 6 मार्च को पटना में राबड़ी देवी के आवास पर उनसे करीब साढ़े चार घंटे में 48 सवाल पूछे थे.
ईडी की टीम ने राबड़ी देवी से लालू परिवार की संपत्ति के बारे में कई सवाल पूछे. उनसे मेसर्स एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के बारे में भी सवाल पूछे गए जिसके नाम पर जमीन बेची गई थी. 2014 में राबड़ी देवी इस कंपनी की डायरेक्टर बन गई थीं. कंपनी को जमीन बेचने वाले महुआबाग के हजारी राय के दो भतीजों को वेस्ट सेंट्रल रेलवे जबलपुर और साउथ ईस्टर्न रेलवे कोलकाता में नौकरी दी गई थी.
जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी ने 10 मार्च को लालू परिवार से जुड़े ठिकानों पर पटना, दिल्ली, एनसीआर, मुंबई और रांची में 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी. कार्रवाई के बाद ईडी ने इस बात का खुलासा किया था कि जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले में अभी तक करीब 600 करोड़ रुपए की गड़बड़ियां सामने आई हैं.ईडी की कार्रवाई में नया खुलासा दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित चार मंजिला आलीशान बंगला को लेकर हुआ है जिसमें तेजस्वी रहते हैं. दस्तावेजों में यह बंगला मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स और मेसर्स एके इंफोसिस्टम के कार्यालय के नाम पर घोषित है, लेकिन ईडी का दावा है कि मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी तेजस्वी यादव के स्वामित्व और नियंत्रण में है. सीबीआई के अनुसार लालू पर आरोप है कि वर्ष 2004 से 2009 के बीच जब वे रेलमंत्री थे तब उन्होंने रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी देने के एवज में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन व प्रोपर्टी ट्रांसफर कराकर आर्थिक लाभ उठाया.
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