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पटना: मनी लांड्रिंग के आरोपी आईएएस अधिकारी संजीव हंस की मुश्किलें बढ़ने के साथ ही ED (प्रवर्तन निदेशालय) की छापेमारी ने एक और बड़ा खुलासा किया है। ED ने 13 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें हंस के कई करीबी अब एजेंसी के रडार पर आ गए हैं। इस छापेमारी में 60 करोड़ रुपये के शेयर और 70 बैंक खातों का खुलासा हुआ, जो काली कमाई की कहानी बयां कर रहे हैं। ED को इन 70 बैंक खातों की जानकारी मिली है, और अब वे यह जांचने में जुटे हैं कि इनमें कितने पैसे जमा हैं और इनका सोर्स क्या है।
संजीव हंस की मुश्किलें और बढ़ गई हैं, क्योंकि इस बड़े मनी लांड्रिंग मामले में अब उनका करीबी नेटवर्क भी फंसता दिख रहा है। छापेमारी गुड़गांव, नोएडा समेत कई शहरों में की गई, और इन जगहों पर अधिकारी ने अहम दस्तावेज़ और संपत्तियाँ जब्त की हैं। यह खुलासा एजेंसी के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है, लेकिन इसका मतलब यह भी है कि संजीव हंस और उनके सहयोगियों के लिए हालात और कठिन हो सकते हैं। अब ED 60 करोड़ रुपये के शेयर की पूरी चेन और उनके पैसे के सोर्स को खंगालने में जुटी गई है।
यह मामला न केवल मनी लांड्रिंग की गंभीरता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे बड़ी रकम को छिपाकर चलने वाले लोग सिस्टम को धोखा देने में लगे होते हैं। ED की टीम अब इस पूरे मामले में आगे की जांच करने में जुटी है, और उम्मीद है कि जल्द ही और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।