खतरनाक गिरोह के निशाने पर हैं बड़े नेता.
बाल-बाल बचे RJD के वरिष्ठ नेता वृषिण पटेल, समय से पहुँच गये पुलिस के पास, बच गई साख.
सिटी पोस्ट लाइव : लोक सभा चुनाव से पहले बिहार के दिग्गज नेता माफिया गिरोह के निशाने पर हैं.ये माफिया गिरोह गोली बंदूक नहीं चलाता है बल्कि शाजिश की जाल बुनता है.जो नेता एकबार इसके जाल में फंसा वो अपना सबकुछ गवां देता है.पैसा, मान सम्मान और राजनीती सबकुछ . आरजेडी के वरिष्ठ नेता. पूर्व शिक्षा मंत्री वृषिण पटेल को अश्लील फोटो भेजकर ब्लैकमेल करने और 50 लाख की राशि मांगने के मामले की जांच के दौरान ये सच्चाई सामने आई है.पूर्व मंत्री द्वारा दर्ज कराये गये मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बड़ा खुलासा किया है. आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार इसमें कोई संगठित गिरोह शामिल हो सकता है, जो ब्लैकमेल कर ठगी के प्रयास में जुटा था.
RJD नेता ,पूर्व शिक्षा मंत्री वृषिण पटेल अगर इस गिरोह के झांसे में आ गये होते तो बचना मुश्किल था.लेकिन समय रहते उन्होंने तुरत थाने में शिकायत दर्ज करा दी. इस पूरे मामले की जानकारी स्थानीय थाना कदमकुआं को दी थी. हाईप्रोफाइल और साइबर से जुड़ा मामला होने के कारण इसे ईओयू को ट्रासंफर किया गया. इस माह 17 नवंबर को ईओयू के एसपी से पूरे मामले की लिखित शिकायत की गई थी. इसके बाद पूरे मामले की जांच शुरू की गई है.राजद नेता वृषिण पटेल ने प्राथमिकी में बताया है कि दो माह पूर्व आयुषि नाम की महिला उनसे मिलने राजेंद्रनगर स्थित आवास आई थी. उसने बताया कि वह ग्रेजुएट है और विधायक बनना चाहती है. इसके बाद वृषिण पटेल ने महिला को पहले पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने की सलाह दी.
पूर्व मंत्री ने बताया कि वह महिला बार-बार उन्हें घर आमंत्रित करती थी मगर वह मना कर देते थे. इसी बीच एक दिन सुबह 10 बजे हज भवन के पास उनकी गाड़ी किसी कारण रुकी थी तो वह महिला आई और उनसे घर चलने की जिद करने लगी. जब राजद नेता उसके घर गए तो वहां पहले से दो लड़कियां मौजूद थीं.इस पर उन्होंने महिला से पति के बारे में पूछा तो कहा गया कि वे बाहर हैं. इसी बीच महिला किचन से सामान लाने के नाम पर बाहर चली गई. इस बीच दोनों लड़कियां अपने कपड़े उतारने लगीं. प्राथमिकी के अनुसार, वृषिण पटेल ने ऐसा करने पर लड़कियों को डांटा और वहां से निकल गए.
मंत्री ने समझदारी दिखाई. घर आकर उन्होंने सबसे पहले अपनी पत्नी को इसकी जानकारी दी और कहा कि कोई बदनाम करने के लिए षड्यंत्र रच रहा है. इस घटना के करीब दो माह बाद 26 से 31 अक्टूबर के बीच अश्लील एडिटेड फोटो भेजकर पूर्व मंत्री से 50 लाख देने को कहा गया. ऐसा न करने पर राजनीतिक करियर बर्बाद करने की धमकी दी गई.पूर्व मंत्री डरे नहीं बल्कि थाने पहुँच गये .अगर मंत्री बदनामी से डर गये होते तो वो ब्लैकमेलिंग के शिकार हो सकते थे. अगर मंत्री ने ये बात पहले से अपनी पत्नी को नहीं बताई होती और समय से पुलिस के पास नहीं पहुंचे होते तो अपराधियों का मनोबल और बढ़ जाता.
Comments are closed.