गत वर्ष राज्य में अलकायदा के चार आतंकवादियों सहित 158 बदमाशों को ATS ने दबोचा

Rahul K
By Rahul K

सिटी पोस्ट लाइव
रांची ।
झारखंड पुलिस के लिए साल 2024 उपलब्धियां से भरा रहा। आईजी अभियान एवी होमकर, सीआईडी आईजी असीम विक्रांत मिंज और डीआईजी कार्मिक नौशाद आलम ने मंगलवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में एक प्रेसवार्ता आयोजन कर झारखंड पुलिस की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने इन एक सालों में झारखंड पुलिस द्वारा किये गये कार्यों और उपलब्धियां के बारे में जानकारी दी।

वर्ष 2024 में 244 नक्सली हुए गिरफ्तार

साल 2024 में कुल 244 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें एक सैक सदस्य , दो जोनल कमांडर, छह सब जोनल कमांडर और छह एरिया कमांडर शामिल है। इसमें मुख्य रूप से जया दी उर्फ चिंता (सैक सदस्य), शंभु गंझू उर्फ रवि गंझू (जोनल कमांडर, 10 लाख का इनामी) और सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार (10 लाख का इनामी) शामिल है। इसके अलावा टीपीसी उग्रवादी आदेश कुमार गंझू, सबीता शर्मा उर्फ राजा जी उर्फ अभिषेक, शिवराज सिंह (पांच लाख का इनामी), नेशनल भुईंया (पांच लाख का इनामी), फेंकू भुइयां उर्फ सर्वनाश रंथु उरांव उर्फ गुरूचरण उरांव (पांच लाख का इनामी) और इरफान अंसारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। इन गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ राज्य सरकार ने कुल 36 लाख रुपए के इनाम की राशि घोषित की थी।

24 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण

साल 2024 में अब तक 24 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इनमें चार जोनल कमांडर, एक सब जोनल कमांडर, तीन एरिया कमांडर और एक सदस्य शामिल है। इसके अलावा वर्ष 2024 में पुलिस-उग्रवादी मुठभेड़ में नौ नक्सली मारे गये। वर्ष-2024 में अब तक नक्सलियों से कुल-123 हथियार बरामद किये गये, जिसमें पुलिस से लुटा गया 35 हथियार, सात रेगुलर हथियार और 81 देसी हथियार शामिल है। इसके अतिरिक्त 5234 गोली, 246.40 किग्रा विस्फोटक पदार्थ और 13.39 लाख रुपए लेवी की राशि की भी बरामदगी की गयी है। साथ ही झारखंड पुलिस ने नक्सलियों द्वारा बिछाये गये 239 आईईडी नष्ट किये।

साइबर अपराध के 1295 मामले दर्ज

साल 2024 में साइबर अपराध से जुड़े कुल 1295 मामले सामने आये इन मामलों में पुलिस ने 971 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से पुलिस ने 2118 मोबाइल फोन, 2905 सिम कार्ड, 606 एटीएम कार्ड, 165 विभिन्न बैंकों की पासबुक, 45 चेकबुक, 52 लैपटॉप, 12 चार पहिया वाहन और 70 अन्य वाहन जब्त किये। इसके साथ ही 8.17 करोड़ रुपये नकद बरामद किये गये और खाते में 77.20 लाख रुपये फ्रिज किये गये।

साइबर अपराध की रोकथाम के लिए प्रतिबिंब एप भी कारगर साबित हुआ। इसके इस्तेमाल से राज्य के विभिन्न जिलों में 274 मामले दर्ज किये गये। इन मामलों में 898 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से पुलिस ने 2501 सिम कार्ड और 1774 मोबाइल फोन जब्त किये। इसके अलावा, खाते में 66.43 करोड़ रुपये फ्रीज किये और 3.27 करोड़ रुपये पीड़ितों को दिये।

नशा कारोबार से जुड़े 1362 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार

झारखंड पुलिस ने साल 2024 में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाये। इस दौरान राज्य में कुल 788 मामले दर्ज हुए, जिनमें 1362 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने 1407.1 कि.ग्रा. अफीम, 18.290 कि.ग्रा. ब्राउन शुगर, 36.45 ग्राम हेरोइन, 4251.2 कि.ग्रा. गांजा, 55333.54 कि.ग्रा. डोडा, 7115 नशे की टैबलेट, 4434 कैप्सूल, 10222 बोतल कफ सिरप, 1720 इंजेक्शन और 1.82 करोड़ रुपये बरामद किये। इसके अलावा 3974.985 एकड़ जमीन पर लगी अवैध अफीम की खेती को नष्ट किया।

संगठित गिरोह के 154 अपराधियों को एटीएस ने धर दबोचा

साल 2024 झारखंड में संगठित अपराध से संबंधित कुल 97 मामले दर्ज हुए, जिसमें संगठित गिरोह के कुल 154 अपराधियों को पकड़ा गया। पांडेय गिरोह के 41, अमन साव गिरोह के 43, प्रिंस खान गिरोह के चार, सुजित सिन्हा गिरोह के एक, अमन श्रीवास्तव गिरोह के तीन, अखिलेश सिंह गिरोह के चार और अन्य 58 अपराधियों को को गिरफ्तार किया गया।

इनमें से एक महत्वपूर्ण गिरफ्तारी पांडे गिरोह के सेकेंड-इन-कमांड गोविंद राय की भी थी, जिसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम था। गिरफ्तार अपराधियों के पास से पांच हथियार, 67 गोली, एक देसी बम, नौ मोबाइल फोन, दो मोटरसाईकिल और 63 हजार रुपए बरामद किये गये।

एटीएस ने अलकायदा के चार आतंकवादियों को किया गिरफ्तार

राज्य की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने भी संयुक्त टीम के साथ मिलकर विभिन्न जिलों से अलकायदा के चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा, एटीएस ने झारखंड पर्यटन विकास निगम और झारखंड राज्य विद्युत कर्मचारी मास्टर ट्रस्ट से जुड़े मामलों में 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में 1।22 करोड़ रुपये के साथ करीब 15 लाख रुपये के आभूषण भी बरामद किये गये। साथ ही खाते में 47।20 करोड़ रुपये फ्रीज किये गये।

पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए हुए कई अहम कार्य

झारखंड पुलिस मुख्यालय ने एक बोर्ड गठित कर अनुशंसा के आधार पर राज्य में कई पुलिसकर्मियों को पदोन्नति दी। 132 पुलिस अवर निरीक्षकों को पुलिस निरीक्षक के पद पर, 1203 सहायक अवर निरीक्षकों को पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर, और 2713 आरक्षियों को सहायक अवर निरीक्षक के पद पर प्रोन्नति दी गयी। इसके अलावा 1034 सहायक अवर निरीक्षकों और 260 पुलिस अवर निरीक्षकों को एसीपी और एमएसीपी का लाभ मिला।

आईआरबी के 90 वरीय हवलदारों को सहायक अवर निरीक्षक (स) के पद पर और जैप-01 के 57 हवलदारों को अवर निरीक्षक (स) के पद पर प्रोन्नति दी गयी। पुलिस मुख्यालय ने अनुकंपा समिति के तहत 4 बोर्ड का गठन किया, जिसमें 311 मामलों में से 109 बाल आरक्षी, 57 महिला आरक्षी और 155 सामान्य आरक्षी को स्वीकृति दी गयी।

इसके अलावा, झारखंड पुलिस सहायता एवं कल्याण कोष के तहत 2 बोर्ड का गठन कर 1232 लाभान्वितों को 3।89 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। झारखंड पुलिस शिक्षा कोष के लिए गठित 1 बोर्ड ने 8242 लाभान्वितों को 10।03 करोड़ रुपये का भुगतान किया। वहीं झारखंड पुलिस परोपकारी कोष से 1 बोर्ड ने 627 लाभान्वितों को 4।37 करोड़ रुपये दिये।

राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिता से संबंधित उपलब्धियां

हैदराबाद के पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में 17 से 21 मार्च 2024 तक आयोजित 16वीं अखिल भारतीय पुलिस बैडमिंटन प्रतियोगिता में जैप-01 के सहायक अवर निरीक्षक अवधेश कुमार और आरक्षी मनोज कुमार तिवारी ने शानदार प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता।

लोकसभा और विधानसभा चुनाव की उपलब्धियां

साल 2024 में झारखंड में लोकसभा और विधानसभा चुनाव शांति से संपन्न हुए। पुलिस के प्रभावी प्रयासों के कारण चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की विधि व्यवस्था की समस्या नहीं आयी और न ही कोई आपराधिक या नक्सली घटना घटी। इस वजह से चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कराये जा सके।

जन शिकायत समाधान कार्यक्रम किये गये आयोजित

सीएम हेमन्त सोरेन के निर्देश पर डीजीपी अनुराग गुप्ता के मार्गदर्शन में राज्य के सभी जिलों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस दौरान पुलिस ने आम लोगों की समस्याएं सुनीं और उनका त्वरित समाधान करने की कोशिश की। डीजीपी अनुराग गुप्ता की अगुवाई में झारखंड पुलिस की पूरी टीम नये वर्ष में राज्य को अपराध और उग्रवाद से मुक्त कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। झारखंड पुलिस आने वाले वर्ष में भी आम नागरिकों की समस्याओं के समाधान और बेहतर समाज निर्माण के लिए सतर्क और संवेदनशील रहने का प्रयास करेगी।

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