सिटी पोस्ट लाइव :लैंड फॉर जॉब मामले में आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होनी है. जिस केस में आज सुनवाई होनी है उसमें लालू परिवार के पांच सदस्य लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और हेमा यादव आरोपी हैं.7 अक्टूबर को हुई सुनवाई में लैंड फॉर जॉब केस में लालू परिवार समेत सभी 9 आरोपियों को जमानत मिल गई थी. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सभी को 1-1 लाख के निजी मुचलके पर बेल दी थी. कोर्ट ने सभी को पासपोर्ट सरेंडर करने के निर्देश दिए थे.
20 जनवरी 2024 को ED की दिल्ली और पटना टीम के अधिकारियों ने लैंड फॉर जॉब्स मामले में लालू और तेजस्वी से 10 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी. उन्होंने ज्यादातर जवाब हां या ना में ही दिए थे. पूछताछ के दौरान कई बार लालू झल्ला भी गए थे. तेजस्वी से 30 जनवरी को लगभग 10-11 घंटे तक पूछताछ चली थी.गौरतलब है कि लालू यादव और उनके परिवार पर जमीन के बदले रेलवे की नौकरी देने का आरोप है. CBI के अनुसार 6 फरवरी 2008 को पटना के किशुन देव राय ने अपनी 3,375 वर्ग फीट जमीन सिर्फ 3.75 लाख रुपए में राबड़ी देवी को बेच दी. इसी साल परिवार के 3 मेंबर्स राज कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को मध्य रेलवे मुंबई में ग्रुप डी के पद पर नौकरी मिल गई.
फरवरी 2008 में पटना के महुआबाग के संजय राय ने भी सिर्फ 3.75 लाख रुपए में 3,375 वर्ग फीट जमीन राबड़ी देवी को बेच दी. CBI ने अपनी जांच में पाया कि संजय राय के अलावा परिवार के 2 अन्य मेंबर्स को रेलवे में नौकरी मिल गई. पटना की रहने वाली किरण देवी ने नवंबर 2007 में सिर्फ 3.70 लाख रुपए में अपनी 80,905 वर्ग फीट जमीन लालू यादव की बेटी मीसा भारती को बेच दी. इसके बाद 2008 में सेंट्रल रेलवे मुंबई में किरण देवी के बेटे अभिषेक कुमार को नौकरी मिल गई.
फरवरी 2007 में पटना निवासी हजारी राय ने अपनी 9,527 स्क्वायर फीट जमीन दिल्ली की कंपनी एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को 10.83 लाख रुपए में बेच दी. बाद में हजारी राय के 2 भतीजे दिलचंद कुमार और प्रेम चंद कुमार को वेस्ट-सेंट्रल रेलवे जबलपुर और साउथ-ईस्टर्न रेलवे कोलकाता में नौकरी मिल गई.CBI ने पाया कि एके इंफोसिस्टम्स के सभी अधिकार और संपत्ति साल 2014 में लालू प्रसाद यादव की बेटी और पत्नी को दे दिए गए थे. राबड़ी देवी ने 2014 में कंपनी के ज्यादातर शेयर खरीद लिए और बाद में कंपनी की डायरेक्टर बन गईं.जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के अबतक 7 मामले सामने आ चुके हैं.