सिटी पोस्ट लाइव : भागलपुर जेल के सुपरिटेंडेंट के एक से एक बड़े कारनामे सामने आ रहे हैं.कुख्यात अपराधियों से लक्जरी गाडी और हर महीने लाखों रूपये लिए जाने के आरोप में फंसे जेल सुपरिटेंडेंट के एक से एक बड़े कारनामे अब सामने आने लगे हैं.अब जेल के कर्मचारियों ने विडियो जारी कर सुपरिटेंडेंट पर उनसे अपनी गोशाला में काम करवाने, गायों के लिए चारा काटवाने , गोबर उठाने से लेकर बाजार में दूध की सप्लाई तक अकर्वाने का काम कराने का खुलासा किया है. एक सीसीटीवी फुटेज में जेल के सिपाही गौशाला में मौजूद गाय के लिए चारा काटते दिख रहे हैं.लेकिन जेल अधीक्षक का कहना है कि ‘ये सिपाही नहीं हैं, ये उनके प्राइवेट स्टाफ है.लेकिन वीडियो में चारा काटते जो शख्स दिख रहा है, वह गृह रक्षक मनोज यादव है. एक अन्य वीडियो में एक शख्स एलपीजी गैस सिलेंडर की ढुलाई करता दिख रहा है. जेल के ही कर्मचारियों का दावा है कि वो शख्स भी जेल का ही कर्मचारी है.
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इतना ही नहीं सुपरिटेंडेंट कैदियों से ही जेल के सारे काम करवाते हैं और मजदूरी के नाम पर जेल से पैसा लेते हैं.उनके अनुसार इसी साल 15 अगस्त को सुपरिटेंडेंट ने जेल की दीवार और दरवाजे की रंगाई पुताई करवाई थी. यह काम भी जेल कर्मचारियों ने ही किया लेकिन पेंटिंग के लिए विभाग ने अलग से राशि जारी कर दी.तीन दिन पहले भी एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था जिसमे राजीव झा अपनी मौजूदगी में गैंगस्टर मुकेश पाठक की उनके जानने वालों से मुलाकात करवाते दिख रहे थे. गौरतलब है कि मुकेश पाठक से एक गाडी और हर महीने तीन लाख रुपये लिए जाने का आरोप सुपरिटेंडेंट पर लग चूका है.
इस मामले जेल अधीक्षक के खिलाफ मुख्यमंत्री और डीएम को 36 कर्मियों ने सिग्नेचर कर शिकायत पत्र भेजा है. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है. जेल सुपरिटेंडेंट राजीव झा पर लगे आरोप की जांच शुरू हो गई है. डीएम नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर सदर एसडीओ धनंजय कुमार और सिटी डीएसपी अजय चौधरी संयुक्त रूप से जांच करने के लिए मंगलवार को कैंप जेल गए थे. शिकायतकर्ता के साथ अन्य जेल कर्मियों का भी बयान लिया गया. पिछले दिनों सामने आया CCTV फुटेज की भी जांच की गई। अगले दो दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी.
बताया जा रहा है कि पिछले दो दिनों में तीन कर्मियों को दो शोकॉज और जेलर को 7 शोकॉज नोटिस दिया गया है.डीएम नवल किशोर चौधरी ने बताया कि ‘मामले की जांच की जा रही है. दो दिनों में रिपोर्ट मिल जाएगी. रिपोर्ट विभाग को भेज दिया जाएगा. इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी..गौरतलब है कि लालू-राबडी शासन काल में जी news के तत्कालीन ब्यूरो चीफ श्रीकांत प्रत्यूष ने सनसनीखेज खुलासा किया था.उन्होंने दिखाया था कि जेल में किस तरह से कैदी आजाद पंक्षी की तरह रहते हैं.जेल में बाईजी को नचाते हैं तो खाना खाने के लिए घर चले जाते हैं.इतना ही नहीं चुनाव में क्षेत्र में प्रचार करते नजर आते हैं.