सिटी पोस्ट लाइव : नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर लोगों को फंसाने ,उनसे जबरन लाखों रुपये वसूले जाने का मामला सामने आया है.बेगुसराय में दो युवकों को कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का सपना दिखाकर बंधक बनाया गया.उनकी जमकर पिटाई की गई. फिर दोनों को टॉर्चर कर 1.56 लाख वसूले गए. 6 दिसंबर को नेटवर्किंग कंपनी से एक लड़की ने समस्तीपुर के दो युवकों को फोन किया और कहा कि मेरी नेटवर्क मार्केटिंग में अच्छी कमाई होती है. अगर आपको भी ज्यादा पैसा कमाना है तो मिलने के लिए बेगूसराय आ जाइए. जब दोनों युवक स्टेशन के पास पहुंचे तो करीब 20 से अधिक बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और गन पॉइंट पर जबरन कार में बैठा लिया. सुनसान जगह ले जाने के बाद दोनों की पहले बेरहमी से पिटाई की गई. इसके बाद बदमाशों ने 10 लाख रुपए की डिमांड कर दी.
लड़कों ने जब इतने पैसा नहीं होने की बात की तो पूछा गया, कितने पैसे दे सकते हो। दोनों ने कहा, रिश्तेदारों और दोस्तों से बात करनी होगी. फिर दोनों लड़कों ने किसी तरह 1.56 लाख रुपए का इंतजाम किया. इसके बाद बदमाशों के कहने पर फोन-पे के जरिए रुपए ट्रांसफर कर दिए.पीड़ितों के मुताबिक, रुपए देने के बाद फिर से उनकी पिटाई की गई और छोड़ दिया गया. साथ ही धमकी भी दी गई कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो जान से मार देंगे. वीडियो बनाकर मनमानी बातें भी कबूल करवाई.दोनों लड़कों की शिकायत पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. इस मामले में एक शख्स को हिरासत में लिया गया है. 15 दिसंबर को दैनिक भास्कर को जब पीड़ितों की FIR कॉपी हाथ लगी, तब मामला सामने आया.
पीड़ितों की पहचान चंद्रकिशोर शर्मा और अरुण कुमार के रूप में की गई हैं. दोनों समस्तीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के टेढ़ा के रहने वाले हैं. दोनों की शिकायत पर बेगूसराय के बछवाड़ा थाना में मामला दर्ज हुआ है.FIR में अरुण ने बताया कि मैं और चंद्रकिशोर करीब 10 घंटे तक बदमाशों के चंगुल में रहे थे. हम दोनों की बेरहमी से पिटाई की गई. मुझे इतना मारा कि मेरे मुंह से खून निकलने लगा. चंद्रकिशोर को भी नंगा करके पीटा गया. इसके बाद हम दोनों के हाथ में पिस्तौल देकर मनमानी बातें कबूल करवाते हुए वीडियो बनाया गया.ऑनलाइन 1 लाख 56 हजार रुपए मिलने पर बदमाशों ने हमें विभूतिपुर थाना क्षेत्र में किसी अज्ञात जगह पर छोड़ दिया.
बदमाशों के चंगुल से छूटने के बाद हमने रात को साइबर क्राइम के हेल्पलाइन और 112 नंबर पर शिकायत की. हम दोनों को विभूतिपुर थाने पर बुलाया गया। किसी तरह हम दोनों विभूतिपुर थाना पहुंचे.थाने पर हमारी शिकायत को सुनने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने हम लोगों से कहा कि केस बछवाड़ा थाना का है, वहीं जाइए. फिर हम 7 से 10 दिसंबर तक बछवाड़ा थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया. फिर मामले की शिकायत 11 दिसंबर को बेगूसराय एसपी से की गई, तो उनके आदेश पर मामला दर्ज किया गया.