खेल की आड़ में बेटियों की अस्मत के साथ खेला.

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सिटी पोस्ट लाइव : 2025 के विधान सभा चुनाव के पहले युवाओं को सरकार से जोड़ने को लेकर बिहार सरकार बड़े पैमाने पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करवा रही है.लेकिन इस खेल की आड़ में गन्दा खेल खेले जाने का सनसनीखेज खुलासा भी हुआ है. एक महिला खिलाड़ी ने बिहार भारोत्तोलन के प्लानिंग और डेवलपमेंट के अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी पर छेड़खानी का आरोप लगाया है. मामले को लेकर पटना के कंकड़बाग थाने में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पीड़िता के अनुसार  घटना पाटलिपुत्र खेल परिसर में शनिवार को हुई. अरुण कुमार केसरी कई राज्यों में पेपर लीक करने वाले परीक्षा माफिया अतुल वत्स के पिता है. 65 साल के केसरी बिहार वेट लिफ्टिंग संगठन के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. पटना पुलिस की मानें तो केस दर्ज कर पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.

पीड़िता के अनुसार  राष्ट्रीय प्रतियोगिता की रेफरी में नाम नहीं आने पर  उसने पिछले 4 दिसंबर को अरुण कुमार केसरी को फोन किया था. 7 दिसंबर को वह उनसे मिलने पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉंपलेक्स स्थित उनके कार्यालय पहुंची. वहां वे अकेले थे. थोड़ी देर के बाद उन्होंने कमरे में कहा कि तुम मुझे खुश नहीं करोगी तो किसी प्रतियोगिता में तुम्हारा रेफरी में नाम नहीं जाएगा. तुम्हारा करियर बर्बाद कर दिया जाएगा. उन्होंने कपड़ा खोलने का भी प्रयास किया.पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि केसरी ने कार्यालय का कमरा बंद कर दिया था. अश्लील हरकत और जबरदस्ती करने पर जब उन्होंने माना कि तो वह उसके शरीर से चिपकने लगे. किसी तरह वह कमरा खोलकर भागी और डायल 112 को फोन किया. डायल 112 की टीम जब पहुंची तब तक केसरी वहां से भाग चुके थे.

अरुण कुमार केसरी का कहना है कि रेफरी का चुनाव संघ के अध्यक्ष या सचिव करते हैं, वह अभी लेवल 2 में हैं. उनका कहना है की बिहार में 55 रेफरी हैं और सीनियर रेफरी को भेजा जाता है. मैंने उसके साथ कोई गलत हरकत नहीं की है. यह बात सही है कि अतुल मेरा बेटा है, लेकिन 2017 से उससे मेरा कोई संपर्क नहीं रहा है. सीबीआई की घर पर ताबिश देने पर उन्होंने कहा कि उनके पास से कुछ नहीं मिला था और उस मामले में उनका नाम भी नहीं था.

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