सिटी पोस्ट लाइव :एकबार फिर से छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह चर्चा में हैं.अनंत सिंह अपने विधान सभा क्षेत्र मोकामा के पंचमहला थानांतर्गत नौरंगा-जलालपुर गांव में बुधवार की शाम हुई गोलीबारी को लेकर चर्चा में हैं.पूर्व विधायक अनंत सिंह के समर्थकों और कुख्यात सोनू-मोनू गिरोह के गुर्गों के बीच जमकर फायरिंग हुई. अंधाधुंध गोलीबारी में पूर्व विधायक बाल-बाल बच गए, जबकि सोनू और भागने में में सफल रहा.फायरिंग में अनंत सिंह के समर्थक उदय यादव को गोली लगी है.
खबर के अनुसार सोनू सिंह का पाने चिमनी के मुंशी के साथ एक साल से हिसाब किताब को लेकर विवाद चल रहा था.कईबार मुंशी थाने में शिकायत भी कर चूका था.पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया.विवाद बढ़ता गया.सोनू सिंह ने बुधवार को अपने मुंशी के घर जाकर उसकी पत्नी और बेटी के साथ मारपीट की और उन्हें घर से बाहर निकाल कर घर के दरवाजे पर ताला जड़ दिया.फिर क्या था मुंशी अनंत सिंह के दरबार में पहुँच गया.उसकी आपबीती सुनकर अनंत सिंह दलबल के साथ मुंशी के घर पहुँच गये.घर का ताला खोलवा दिया.
मुंशी को फिर से उसके घर पर कब्ज़ा दिलाने के बाद अनंत सिंह सोनू-मोनू के घर पहुँच गये.सोनू का आरोप है कि जब अनंत सिंह घर पहुंचे तो घर में कोई पुरुष नहीं था.उनकी माता अनंत सिंह का स्वागत करने पहुंची तो अनंत सिंह ने गोली चला दी.किसी तरह वो जान बचाकर पहुंची.लेकिन इस गोलीबारी में अनंत सिंह का एक करीबी घायल हो गया.जाहिर है सोनू-मोनू गैंग की जबाबी कारवाई में अनंत सिंह के सहयोगी को गोली लगी.स्थानीय लोगों के अनुसार अगर समय से थाना प्रभारी वहां नहीं पहुँचते तो लाशों की ढेर बिछ जाती.पुलिस के आने के बाद गोलीबारी करनेवाले भाग खड़े हुए.
पुलिस थाने में तीन मामले दर्ज हुए हैं.एक मामला सोनू की माता ने अनंत सिंह और उनके लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई है.दूसरा मामला अनंत सिंह के आदमी ने सोनू-मोनू के खिलाफ दर्ज करवाई है.तीसरा मामला पुलिस ने दर्ज किया है.पुलिस ने अनंत सिंह , सोनू- मोनू सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है.लेकिन हैरत की बात है कि अनंत सिंह और सोनू सिंह दोनों आराम से अपने अपने घर पर बैठकर मीडिया से बात कर रहे हैं.एक दुसरे पर आरोप लगा रहे हैं.पुलिस ने अभीतक न तो सोनू-मोनू गैंग के खिलाफ कोई कारवाई की है और ना ही अनंत सिंह के खिलाफ कोई एक्शन लिया है.