जल्द उपलब्ध होगा बिहार में कोरोना वैक्सीन.
कोवैक्सीन और कोविशील्ड की दोनों डोज ले चुके लोग भी ले सकते हैं बूस्टर डोज .
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना का नया वैरिएंट एक्सबीबी 1.16 के मिलने के बाद से सरकार की चिंता बढ़ गई है. पटना में भी रोहतास की एक युवती नए वैरिएंट से संक्रमित मिली थी. उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी.नए वैरिएंट का इनफेक्टिविटी रेट अधिक है. केरल और महाराष्ट्र में भी नए वैरिएंट की पुष्टि बिहार से पहले हो चुकी है. यहां भी गंभीर मरीजों की सैंपल की जिनोम सिक्वेसिंग आईजीआईएमएस में कराई जा रही है.
राज्य में 31 मार्च तक ही कोरोना का टीका उपलब्ध था. अभी कहीं भी टिका उपलब्ध नहीं है.राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से वैक्सीन की मांग की है.राज्य में कोरोना का संक्रमण भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है. डॉक्टरों की सलाह है कि जिन लोगों ने भी वैक्सीन की दोनों डोज या बूस्टर डोज नहीं लगवाई है लगवा लेना चाहिए.डॉक्टरों का मानना है टीका नहीं लगवाने वालों को संक्रमित होने का खतरा अधिक है. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वैरियंट पर भी टीके का असर होगा.
12 से 14 साल के किशोरों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोरवी वैक्स वैक्सीन की अगली खेप जल्द ही मिलेगी. राज्य सरकार ने केंद्र से इसकी मांग की है. टीका आने पर किशोरों को यह टीका पड़ने लगेगा। इसमें महत्वपूर्ण है कि जो लोग कोवैक्सीन और कोविशील्ड की दो डोज ले चुके हैं. वे प्रिकॉशन (बूस्टर) डोज के तौर पर कोरवी वैक्स वैक्सीन ले सकते हैं. दरअसल, कोरोना खत्म हुआ तो प्रिकॉशन डोज के प्रति लोगों में दिलचस्पी कम हो गई. टीकाकेंद्र पर कम लोगों के आने की वजह से टीके की कुछ डोज खराब भी हो गईं. कुछ केंद्रों पर तो टीका देने की 24 घंटे की सुविधा थी.
असमर्थ लोगों के लिए घर जाकर टीका देने की भी व्यवस्था की गई थी. इसके बाद भी पटना जिला में प्रिकॉशन (बूस्टर) का निर्धारित लक्ष्य पूरा नहीं हो सका. लक्ष्य सिर्फ 30 फीसदी तक ही पहुंच पाया.जो लोग कोवैक्सीन या कोविशील्ड की दोनों डोज ले चुके हैं। दूसरी डोज कम से कम छह महीने या 26 सप्ताह पहले ली गई हो। 18 साल से ऊपर वाले लोग ही इस बूस्टर डोज को ले सकते हैं।
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