सिटी पोस्ट लाइव : तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों को पीटने और तमिलनाडु से बाहर जाने का फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोपी जेल में बंद यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. इस केस में आर्थिक अपराध इकाई यानी इकोनामिक ऑफेंस यूनिट द्वारा दर्ज कांड संख्या 4 /23 में अब आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है. आर्थिक अपराध इकाई ने यह आरोप पत्र रंजन कुमार सिंह, त्रिपुरारी कुमार तिवारी उर्फ मनीष कश्यप और आदित्य कुमार उर्फ हरीश कुमार चौरसिया के खिलाफ दाखिल किया है.
अनुसंधान के बाद उपरोक्त प्राथमिकी नामजद अभियुक्त राकेश रंजन कुमार सिंह मनीष कश्यप त्रिपुरारी कुमार तिवारी आदित्य कुमार उर्फ आदित्य कुमार चौरसिया के विरुद्व विभिन्न धाराओं में आरोप पत्र समर्पित किया गया है. अनिल कुमार यादव फिलहाल फरार है जिसकी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है. आर्थिक अपराध इकाई ने इस बात का भरोसा दिलाया है कि मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के खिलाफ दर्ज अन्य कारणों 3/ 23 5 /23एवं 6/23 का भी अनुसंधान शीघ्र पूरा किया जाएगा.
आर्थिक अपराध इकाई ने कांड संख्या 4/ 23 दिनांक 10 मार्च 2030 को दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ किया था. अनुसंधान के क्रम में आर्थिक अपराध इकाई ने इस बात की जानकारी हासिल की थी कि अभियुक्तों ने फर्जी वीडियो वायरल कर विभिन्न समुदायों के बीच अफवाह पैदा करने और सौहार्द बिगाड़ने का कृत्य किया है. अभियुक्तों ने फर्जी कागजात बनाकर छल करने का भी काम किया है. अभी मनीष कश्यप पर एनएसए एक्ट लगा हुआ है और वह तमिलनाडु के मदुरई जेल में बंद है.
आर्थिक अपराध इकाई ने कहा है कि सोशल मीडिया, सोशल न्यूज़ चैनल पर तमिलनाडु राज्य में बिहारी मजदूरों के साथ में घटनाओं से संबंधित जानबूझकर एक साजिश के तहत तथा भड़काने वाले फर्जी वीडियो बनाकर एवं सोशल मीडिया पर पोस्ट कर आम जनता के बीच उत्तेजना दुर्भावना और भय के वातावरण कायम करने और दो राज्यों के बीच भाषाई विवाद पैदा करने के आरोप में आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 4 / 23 के अभियुक्त राकेश रंजन कुमार सिंह बीएनआर न्यूज़ रिपोर्टर मनीष कुमार तिवारी सच तक न्यूज, जनता प्लस न्यूज़ चैनल के मालिक अनिल कुमार , आदित्य कुमार उर्फ आदित्य कुमार चौरसिया के विरुद्ध दर्ज किया गया था.
अनुसंधान के क्रम में यह पाया गया कि अभियुक्तों द्वारा तमिलनाडु हिंसा से संबंधित फर्जी वीडियो बनाकर बीएनआर न्यूज़ हनी यूट्यूब चैनल, फेसबुक ,इंस्टाग्राम पर 6 मार्च को अपलोड किया गया था. इस फर्जी वीडियो को पटना जिला के जक्कनपुर थाना के बंगाली टोला में बनाया गया था. इस फर्जी वीडियो में दिख रहे दो बिहारी मजदूरों का चार स्क्रीनशॉट लेकर मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी शरण तिवारी द्वारा अपने ट्विटर हैंडल मनीष कश्यप सन ऑफ बिहार पर ट्वीट के साथ पोस्ट किया गया तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों के ट्विटर हैंडल के साथ टैग किया गया.
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