अपने मंत्री को क्यों मरवाना चाहते हैं सीएम योगी आदित्यनाथ?

Deepak Sharma

थर-थर कांप रहे मंंत्री, कहा- कभी भी जा सकती है जान

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एसटीएफ़ ( स्पेशल टास्क फ़ोर्स) पर उनके ही कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने ऐसा आरोप लगाया है जिससे हर कोई सन्न है। मंत्री आशीष पटेल ने कहा है कि सबको पता है कि यूपी एसटीएफ़ कैसे काम करती है। उन्हें डर है कि उनकी हत्या कराई जा सकती है और अगर उनकी हत्या होती है, तो इसकी जिम्मेवारी यूपी की एसटीएफ़ की होगी।

यह बात सबको पता है कि यूपी एसटीएफ़ सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ से आदेश लेती है और योगी के इशारे पर काम करती है। ऐसे में जानकार कह रहे हैं कि अगर कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल यह कह रहे हैं कि एसटीएफ़ से उनकी जान को खतरा है, मतलब सीधे-सीधे आशीष कह रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ उन्हें मरवाना चाहते हैं।

आशीष यहीं नहीं रुक रहे, इशारों ही इशारों में यह भी कह रहे हैं कि सबको पता है कि यूपी एसटीएफ़ कैसे काम करती है। जानकार बताते हैं कि कैसे काम करती है से आशीष का इशारा लगातार होने वाले उन एनकाउंटर से है, जो एसटीएफ़ ने यूपी में किए हैं और कहा जाता है कि ये एनकाउंटर यूं ही नहीं होते, बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ होते हैं, तो क्या मंत्री आशीष को एनकाउंटर का डर सता रहा है।

अब सवाल यह है कि योगी आदित्यनाथ अपने ही मंत्री को क्यों मरवाना चाहते हैं। तो हम आपको बताएँगे पूरी कहानी।

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं आशीष, साली के आरोपोंं ने किया जीना मुहाल
योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल अपना दल (एस) की सुप्रीमो और केंद्रीय मत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं। अपना दल (एस) एनडीए का घटक दल है और कुर्मी समुदाय में जबर्दस्त पकड़ रखता है। आशीष की मुसीबतों की शुरुआत किसी और ने नहीं की है, बल्कि उनकी साली और अनुप्रिया पटेल की अपनी बहन पल्लवी पटेल ने की है। पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी से विधायक हैं। हालांकि, बागी हैं। पल्लवी पटेल ने यूपी के पॉलिटेक्निक में विभागाध्यक्षों के प्रमोशन में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप अपने जीजा आशीष पर लगाए हैं। उनके ख़िलाफ़ धरना भी दिया है।

बीजेपी विधायकों ने भी खोल रखा है मोर्चा
पल्लवी के साथ ही बीजेपी के तीन विधायकों ने भी आशीष पटेल पर करप्शन के आरोप लगाए हैं। आरोप लगाने वाले बीजेपी विधायकों में बलरामपुर सदर के विधायक पल्टू राम, बुलंदशहर के खुर्जा की विधायक मीनाक्षी सिंह, और बुलंदशहर के स्याना से विधायक देवेंद्र सिंह लोधी शामिल हैं।

कहीं सहानुभूति पाने के लिए नौटंकी तो नहीं कर रहे आशीष!
कई जानकार बताते हैं कि आशीष यूपी एसटीएफ़ पर इतना बड़ा आरोप यूं ही नहीं लगाएँगे, लगता है उन्हें कुछ सूचना मिली है और वे डरे हुए हैं। कई जानकार इसे जनता की सहानुभूति पाने के लिए की गई नौटंकी बता रहे हैं। वे सवाल उठा रहे हैं कि यूपी एसटीएफ़ एनकाउंटर करती है, लेकिन अपराधियों का करती है।

ऐसा कभी नहीं हुआ कि एसटीएफ़ ने किसी मंत्री या विधायक का एनकाउंटर कर दिया हो। आशीष योगी सरकार में मंत्री है और यूपी एसटीएफ़ में बिना योगी आदित्यनाथ के इशारे के पत्ता तक नहीं हिलता, ऐसे में योगी क्यों आशीष की मौत चाहेंगे। यह सीधे-सीधे नौटंकी है। अब यह नौटंकी है या सचमुच योगी की एसटीएफ़ आशीष की जान के पीछे पड़ी है, यह तो जाँच में ही सामने आएगा। अच्छी बात यह है कि आशीष ने खुद पूरे मामले की सीबीआई से जाँच कराने की माँग कर दी है। अब देखना यह है कि जाँच होती भी है या नहीं।

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