महिला सिपाहियों को मिलेगी राहत, डुमरांव में महिला बैरक का निर्माण शुरू

Rahul K
By Rahul K
  • 1.60 करोड़ रुपये की लागत से अनुमंडल के चार थानों में निर्माण कार्य जारी

सिटी पोस्ट लाइव

डुमरांव। बिहार पुलिस में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए, अब थाना परिसर में ही महिला सिपाहियों के लिए बैरक बनाए जाएंगे। डुमरांव अनुमंडल के चार थाना क्षेत्रों को महिला सिपाही बैरक के निर्माण के लिए चयनित किया गया है। इस योजना पर करीब 1.60 करोड़ रुपये खर्च होंगे, और गृह विभाग ने इसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी दे दी है। कई थानों में इस काम की शुरुआत संवेदक द्वारा कर दी गई है।

बिहार पुलिस भवन निगम के जिला अभियंता विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इन चारों थानों में बनने वाली महिला बैरकों की क्षमता 10 बेड की होगी। इसके लिए जी प्लस वन संरचना का भवन तैयार किया जाएगा, जिसमें शौचालय, स्नान-घर, रसोईघर और हॉल जैसी सुविधाएं होंगी। पहले तल्ले पर 5 महिला सिपाही और दूसरे तल्ले पर 5 महिला सिपाही के लिए रहने की व्यवस्था होगी। महिला सिपाही बैरक सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त होगा।

महिला सिपाहियों के लिए सहूलियत

महिला सिपाही बैरक बनने से ड्यूटी के दौरान महिला सिपाहियों को बड़ी सहूलियत मिलेगी और उनका समय बच सकेगा। अब तक उन्हें ड्यूटी के लिए बाहर से आकर थाना में रुकने और देर-सबेर घर जाने में परेशानी होती थी। लेकिन महिला बैरक बनने के बाद उन्हें थाना परिसर में रहने की सुविधा मिलेगी। महिला सिपाहियों के लिए 28 गुणा 55 स्क्वायर फीट क्षेत्र में दो मंजिला बैरक बनाई जाएगी, जिसमें दोनों मंजिलों पर पांच-पांच महिला सिपाही के लिए पांच-पांच कमरे होंगे। बैरक में डाइनिंग हॉल और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था भी होगी।

चार थानों में होगा निर्माण

यह निर्माण कार्य डुमरांव, मुरार, सोनवर्षा और रामदासराय के डेरा ओपी में किया जा रहा है, जहां महिला सिपाही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यरत हैं। इनमें से कुछ थानों में चार से लेकर छह महिला सिपाही तक कार्यरत हैं। थाने में ड्यूटी के दौरान महिला सिपाहियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था, क्योंकि कई थानों में बैरक की सुविधा नहीं थी। डुमरांव थाना में एक बैरक थी, जिसमें महिला सिपाही जैसे-तैसे रह रही थीं।

बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या पिछले 18 वर्षों में 27 गुना बढ़ चुकी है। राज्य सरकार ने पुलिस बल में महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण की व्यवस्था की है। इसके परिणामस्वरूप, 2005 में जहां महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 893 थी, वहीं 2023 में यह संख्या 24,000 से अधिक हो गई है। भविष्य में होने वाली पुलिस बहाली में करीब 7,903 महिला सिपाही भर्ती की जाएंगी। महिला बैरक बनने से सभी महिला सिपाहियों को इसका लाभ मिलेगा।

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