बिहार में बढ़ेगा आशा वर्करों का मानदेय?

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सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के  उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने आशा कार्यकर्ताओं को दिए जाने वाले मानदेय की राशि में बढ़ोतरी की मांग की है.उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर ये मांग की है.राज्य सरकार ने एनएचएम के अतिरिक्त अपनी ओर से दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को एक हजार रुपये से बढ़ाकर प्रतिमाह ढाई हजार रुपये करने का निर्णय लिया है.

 

तेजस्वी यादव का कहना है कि  एनएचएम के विभिन्न मदों में आशा प्रोत्साहन दर में वृद्धि स्वास्थ्य कार्यों में उनकी रुचि बढ़ाए रखने में कारगर होगी. इसलिए आशा को देय प्रोत्साहन राशि एवं आशा फैसिलिटेटर के सहायक पर्यवेक्षण के लिए तय दर में बढ़ोतरी पर विचार जरूरी है.तेजस्वी ने अपने पत्र में लिखा है कि ग्रामीण एवं शहरी आशा को विगत छह वर्ष से भुगतेय राशि दो हजार रुपये ही है. इसमें बढ़ोतरी अपेक्षित है. इसी तरह, आशा फैसिलिटेटर को 20 आशा के सहायक पर्यवेक्षण के लिए 300 रुपये प्रति भ्रमण दिवस की दर से 20 दिनों के लिए छह हजार रुपये दिए जाते हैं, इसे 2024-25 में दस हजार रुपये किए जाने का प्रस्ताव है.

 

पत्र में आगे लिखा है कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत आइयूसीडी लगाने के लिए महिलाओं को उत्प्रेरित करने पर आशा कार्यकर्ताओं को कोई भी राशि नहीं मिलती है. अगर आशा कार्यकर्ता को प्रति लाभार्थी सौ रुपये का भुगतान किया जाए तो कवरेज में बढ़ोतरी हो सकती है. मातृ स्वास्थ्य के लिए नौ महीने तक एक गर्भवती महिला की देखभाल के लिए आशा को 2013 से प्रति लाभार्थी 600 रुपये ही मिल रहा। शहरी क्षेत्र में तो यह 400 रुपये ही है.

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