BJP की जीत के बाद भारी टेंशन में लालू-नीतीश?
I.N.D.I.A की 'CASTE' पर पीएम मोदी की 'GKMY' भारी, राहुल के काम नहीं आया ओबीसी का माला .
सिटी पोस्ट लाइव : पांच राज्यों के चुनाव में बीजेपी को मिली अप्रत्याशित जीत से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और RJD सुप्रीमो लालू यादव को तगड़ा झटका लगा है.गौरतलब है कि चुनाव के बीच बिहार में जातीय सर्वे रिपोर्ट जारी किया गया था. कास्ट सर्वे रिपोर्ट सामने आने के बाद एक तरह I.N.D.I.A में शामिल सभी सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने राज्यों में दावा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो प्रदेश में जातीय सर्वे कराए जाएंगे. लेकिन पांच राज्यों के चुनावी नतीजे इस बात के संकेत दे रहे हैं जाति के नाम पर देश की सियासत ज्यादा नहीं बदलने वाली है.
पीएम मोदी ने I.N.D.I.A की ‘CASTE’ के बदले चुनावी मैदान में ‘GKMY’ लेकर आए.अब सवाल उठता है कि क्या नीतीश कुमार और लालू यादव की ‘CASTE’ पर पीएम मोदी की ‘GKMY’ भारी पड़ गया? लालू-नीतीश एक सुर में कहते थे कि जिसकी जितनी आबादी उतनी उसकी भागीदारी. वहीं पीएम मोदी बार-बार मंच से कहते रहे कि हमारे लिए गरीब-किसान-महिला और युवा यानी ‘GKMY’ ही सबसे बड़ी जाति है. अगर इनका विकास हो गया तो देश का विकास हो जाएगा. देश आगे निकल जाएगा. यही दांव चुनावी राज्यों में पीएम मोदी का काम कर गया और सियासी पंडितों के सारे दावे फेल हो गए.
तीन राज्यों के रिजल्ट से कांग्रेस के साथ-साथ लालू और नीतीश कुमार भारी टेंशन में हैं. लालू यादव और नीतीश कुमार को उम्मीद थी कि 2024 का लोकसभा चुनाव ‘CASTE’ को आगे पर बीजेपी को पीछे धकेला जा सकता है. हालांकि पीएम मोदी की ‘GKMY’ से लालू-नीतीश को जोरदार झटका लगा है. ऐसे में 2024 से पहले बीजेपी को बैकफुट पर लाने के लिए अब लालू-नीतीश को किसी और रणनीति पर काम करना होगा.
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