सिटी पोस्ट लाइव : जमीन घोटाले में ईडी द्वारा हो रही जांच के बाद हेमंत सोरेन के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर भारतीय जनता पार्टी ज्यादा उत्साह का प्रदर्शन नहीं कर रही है. शिबू सोरेन के परिवार पर हुई इस कार्रवाई को भाजपा अपने भ्रष्टाचार के लगाए आरोपों पर हुई कार्रवाई बता रही है.हेमंत सोरेन के साथ राज्य के आदिवासी वोट का बड़ा समूह रहा है. अपने पिता शिबू सोरेन की विरासत को संभाल रहे हेमंत की गिरफ्तारी से आदिवासी समाज में भाजपा के प्रति नाराजगी बढ़ सकती है. इसी वजह से भाजपा इस गिरफ्तारी को राजनीतिक रंग देने से बच रही है.
बाबूलाल मरांडी को साथ लेकर बीजेपी ने एक मजबूत आदिवासी चेहरे को अपने साथ खड़ा कर लिया. सबसे पहले विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता बनाए गए बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन (Hemant Soren) और उनके परिवार के भ्रष्टाचार का मामला उठाया.उनके आरोप को पूर्व मुख्यमंत्री और अब ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने तब और बल दिया जब हेमंत सोरेन पर खान मंत्री रहते पत्थर खनन का पट्टा लेने के दस्तावेज सामने रख दिए.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सोरेन परिवार पर राज्य के संसाधनों की लूट में शामिल होने का आरोप लगाते रहे. उन्होंने इसे आदिवासी युवाओं के हक से जोड़ा और समाज के लिए नुकसानदायक बताया. अब जबकि विपरीत परिस्थिति आई है तो भाजपा इसको किस हद तक अपने हक में भुनाएगी, यह देखना होगा.
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