सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. जस्टिस जेएस पारदीवाला और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी. सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए पूर्व सांसद ने सीनियर एडवोकेट एपी सिंह को हायर किया है.गोपालगंज के तत्कालीन DM जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस याचिका पर 8 मई को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेके माहेश्वरी ने पहली सुनवाई की थी. उस दिन कोर्ट ने बिहार सरकार और आनंद मोहन दोनों को नोटिस जारी किया था.
आज राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब दाखिल किया जाएगा या फिर काउंटर एफिडेविट फाइल करने के लिए समय की मांग कोर्ट से करेगी. दरअसल, IAS अधिकारी और गोपालगंज के DM जी कृष्णैया की हत्या मामले में आनंद मोहन करीब 16 साल तक जेल में बंद थे. नीतीश सरकार ने कानून में बदलाव कर आनंद मोहन समेत 26 कैदियों को रिहा किया था.सीनियर एडवोकेट हैं, जो तमिलनाडु की जेल में बंद यूट्यूबर मनीष कश्यप के मामले में सुप्रीम कोर्ट में उनका पक्ष रख रहे थे. एपी सिंह ने अपने क्लाइंट आनंद मोहन का पक्ष रखने के लिए जवाब भी तैयार कर लिया है. जिसे वो सुनवाई के दौरान फाइल करेंगे.
आनंद को हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी.इसके तहत उन्हें 14 साल की सजा हुई थी. आनंद ने सजा पूरी कर ली थी, लेकिन मैनुअल के मुताबिक, सरकारी कर्मचारी की हत्या के मामले में दोषी को अंतिम सांस तक जेल में ही रहना पड़ता है. नीतीश सरकार ने इसमें बदलाव कर दिया. इसका संकेत जनवरी में नीतीश कुमार ने एक पार्टी इवेंट में मंच से दिया था कि वो आनंद मोहन को बाहर लाने की कोशिश कर रहे हैं. 10 अप्रैल को राज्य सरकार ने इस मैनुअल में बदलाव कर दिया.
रिहाई के बाद पहली बार आनंद मोहन का बयान सामने आया है. आनंद मोहन ने गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में खुद को निर्दोष बताया. उन्होंने कहा कि मैं दोषी हूं तो सूली पर चढ़ा दो…गोली मरवा दो. यूं पल-पल जलील होना मुझे गवारा नहीं है.16 साल जेल में रहने पर कहा कि हम भी माननीय रहे हैं. हमने कानून बनाया था. हमारी पत्नी लवली आनंद ने भी कानून बनाया था. जिसने कानून बनाया उसका उसी से मुंह फेरना मर्द का काम नहीं है. मैं लोकतंत्र के सम्मान के लिए जेल गया था.आनंद मोहन ने ये भी कहा कि लालकृष्ण आडवाणी और नवीन पटनायक से पूछिए कि मैं क्या चीज हूं.