गांवों में बाघ की दहशत, दो दिनों से रेस्क्यू टीम को दे रहा चकमा

Manisha Kumari

सिटी पोस्ट लाइव

पश्चिमी चंपारण: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा के रामनगर इलाके में इन दिनों भय और अशांति का माहौल है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) से निकलकर एक बाघ रिहायशी इलाके में घुस आया है, जिसके कारण स्थानीय ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है। बाघ की मौजूदगी से लोग दहशत में हैं और अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। खेतों में काम करने गए कुछ ग्रामीणों को भी डर लगने लगा है कि कहीं बाघ उन पर हमला न कर दे।

बाघ दे रहा चकमा

वन विभाग की टीम इस बाघ को पकड़ने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है, लेकिन बाघ बार-बार टीम को चकमा दे रहा है। सोमवार को बाघ को बैकुंठपुर, बिलासपुर और आसपास के गांवों में देखा गया था, वहीं मंगलवार को डैनमारवा, मुंडेरा और फुलवरिया में बाघ के पैरों के निशान मिले हैं। बाघ की उपस्थिति के कारण ग्रामीणों की नींद उड़ गई है और वे अपने खेतों में जाने से घबराते हैं।  दो दिनों से रेस्क्यू चलाया जा रहा लेकिन बाघ चकमा देकर रेस्क्यू टीम की पकड़ से बच जा रहा है।

वन विभाग का अलर्ट

ग्रामीणों को वन विभाग ने सख्त चेतावनी दी है कि वे अकेले खेतों में न जाएं और रात के वक्त बाहर न निकलें। वन विभाग ने पूरे क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है, लेकिन स्थानीय लोग अभी भी बाघ के खौफ में जी रहे हैं। किसी भी वक्त बाघ हमला कर सकता है, इस डर ने सबकी नींद उड़ा दी है। स्थानीय लोग डरे हुए हैं, उनके मन में डर और चिंता का माहौल है, और वे उम्मीद कर रहे हैं कि वन विभाग जल्द ही इस बाघ को पकड़ने में सफल होगा। बाघ की इस दहशत के बीच, सबकी नजरें अब वन विभाग पर टिकी हैं।

Share This Article