सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में एनडीए सरकार बनने के बाद अन एनडीए की चुनौती एक योग्य विधानसभा अध्यक्ष का चयन करना है. स्पीकर की रेस में बीजेपी के पांच दिग्गज नेता हैं.स्पीकर की रेस में पहला नाम नंद किशोर यादव का है. नंद किशोर यादव (Nand Kishore Yadav) पिछड़ी जाति से आते हैं और कई बार के विधायक भी हैं. पटना साहिब सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले यादव को संसदीय कार्यवाही का अच्छा ज्ञान रखने वाले भाजपा के सबसे बौद्धिक नेताओं में से एक माना जाता है.
स्पीकर की रेस में दूसरा नाम पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्रा के बेटे नीतीश मिश्रा (Nitish Mishra) का है. उन्हें भी संसदीय कार्यवाही की अच्छी जानकारी है. मिश्रा मधुबनी जिले के झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और ब्राह्मण जाति से आते हैं.दरभंगा के विधायक संजय सरावगी (Sanjay Saraogi) भी विधानसभा स्पीकर की रेस में हैं. उनके नाम पर भी भाजपा का शीर्ष नेतृत्व चर्चा कर सकता है. वह एक आक्रामक नेता और अत्यधिक योग्य हैं. पूर्व उप मुख्यमंत्री रेणु देवी (Renu Devi) भी स्पीकर बनने की रेस में शामिल हैं. वह अत्यंत पिछड़ी जाति नोनिया से आती हैं. बीजेपी उन्हें स्पीकर पद के लिए चुन सकती है.
वर्तमान में अवध बिहारी चौधरी विधानसभा अध्यक्ष हैं और उन्होंने अभी तक पद से इस्तीफा नहीं दिया है, इसलिए बिहार विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार होगा कि किसी अध्यक्ष को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से हटाया जाएगा.एनडीए सरकार का विश्वास मत 12 फरवरी को निर्धारित है.