सिटी पोस्ट लाइव :बीजेपी के मुकाबले के लिए इंडिया गठबंधन तैयार है.बिहार में इंडिया गठबंधन में JDU समेत 6 दल शामिल हैं.माना जा रहा है कि इसबार इंडिया गठबंधन एनडीए को कड़ी टक्कर देगा.लेकिन सिमांचल में इंडिया गठबंधन की चुनौती कम नहीं होगी.किशनगंज में लगभग 75% मुस्लिम आबादी है. असदुद्दीन ओवैसी यहां की राजनीति में सक्रिय और कामयाब हैं .पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM की टिकट पर जीत दर्ज करने वाले चार विधायकों के राजद में शामिल होने के बाद भी AIMIM को खास नुकसान नहीं होगा. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष और अमौर विधायक अख्तरुल ईमान की लोकप्रियता इन दिनों बढ़ी है. AIMIM की ओर से अख्तरुल ईमान 2024 के लिए लगभग घोषित उम्मीदवार हैं.
AIMIM के पांच विधयाकों को अपनी पार्टी में मिला लेने का खामियाजा तेजस्ड़वी यादव को भुगतना पड़ सकता है. पिछली बार लोकसभा चुनाव में भी AIMIM को बंपर वोट मिले थे.लेकिन जीत गये थे कांग्औरेस के उम्रमीदवार डॉ मोहम्मद जावेद .लेकिन पिछले 5 वर्षों से जनता की सांसद डॉ मोहम्मद जावेद से नाराजगी AIMIM के लिए 2024 चुनावों के लिए संजीवनी का काम करेगी.मुस्लिम मतदाता AIMIM के पक्ष में ज्यादा गोलबंद हो सकते हैं.ये दीगर बात है कि इंडिया गठबंधन की तरफ से ओवैशी को बीजेपी का एजेंट करार दिया जाएगा.
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज संसदीय क्षेत्र से पहली बार लड़ रही AIMIM ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया था.AIMIM के प्रत्याशी अख्तरुल ईमान ने करीब तीन लाख वोट लाकर सबको चौंका दिया था.हालांकि AIMIM उस वक्त तीसरे स्थान पर रही थी. दूसरे स्थान पर रहे उस वक्त के एनडीए गठबंधन से जदयू के प्रत्याशी महमूद अशरफ को 3 लाख 32 हजार मत प्राप्त हुए थे,जबकि डॉ मोहम्मद जावेद को 3 लाख 67 हजार वोट मिले थे और करीब 35 हजार वोट से डॉ जावेद ने जीत हासिल की थी.