सिटी पोस्ट लाइव
पटना: बिहार में बीपीएससी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा रद्द कराने को लेकर पटना के गांधी मैदान में आज आयोजित छात्र संसद के आयोजन को जिला प्रशासन ने अनुमति देने से इंकार कर दिया। प्रशांत किशोर द्वारा गांधी मैदान में छात्र संसद लगाने की घोषणा को प्रशासन ने ठुकरा दिया, और इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिला प्रशासन ने एक पत्र जारी कर बताया कि गांधी मैदान के बापू की मूर्ति के नीचे किसी भी प्रकार के कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाती है।
अपर जिला जनसंपर्क अधिकारी पटना द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया कि किसी कार्यक्रम के आयोजन के लिए 45 दिन पहले आवेदन करना अनिवार्य है। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि गांधी मैदान में पहले से कई कार्यक्रम निर्धारित हैं, जिससे इस समय छात्र संसद के आयोजन की अनुमति नहीं दी जा सकती। इसके अलावा, मैदान में किसी कार्यक्रम के लिए पर्याप्त जगह भी उपलब्ध नहीं है।
यह पत्र देर रात जारी किया गया और प्रशांत किशोर के नेतृत्व में छात्र संसद के आयोजन की योजना पर पानी फेर दिया। प्रशांत किशोर और उनके समर्थक अब सोच रहे हैं कि गांधी मैदान में विरोध के बावजूद, क्या वे छात्र संसद आयोजित करेंगे। अगर ऐसा होता है, तो इससे टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। प्रशांत किशोर ने कल अपनी घोषणा में कहा था, “आज हम गांधी मैदान में बापू की मूर्ति के नीचे बैठकर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे और छात्र संसद का आयोजन करेंगे।”
अब जब प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि किशोर और उनके समर्थक इस स्थिति से कैसे निपटेंगे।गांधी मैदान में इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए अनुमति नहीं मिलने से छात्रों और प्रशांत किशोर के समर्थकों में निराशा और गुस्से की लहर है। अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन की इस कार्रवाई के बावजूद प्रशांत किशोर अपने आंदोलन को जारी रखेंगे या फिर नई रणनीति अपनाएंगे।