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पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मोतिहारी के लिए अपनी कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर रवाना होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर और बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के मुद्दे पर गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी यादव ने कहा कि छात्रों के आंदोलन का राजनीतिकरण किया गया है और यह एक पूरी तरह से राजनीतिक खेल बन गया है।
प्रशांत किशोर पर तंज
तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि, “वैनिटी वैन में तो एक्टर-एक्ट्रेस बैठते हैं, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर होते हैं। मैं जानता हूं कि कौन डायरेक्ट कर रहा है, कौन प्रोड्यूस कर रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रशांत किशोर को यह स्पष्ट करना चाहिए कि अमित शाह ने नीतीश कुमार से क्यों कहा था कि उन्हें जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना लिया जाए।
लोक सेवा आयोग पर बयान
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर चल रहे सत्याग्रह पर तेजस्वी यादव ने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि इस आंदोलन का पूरी तरह से राजनीतिकरण कर दिया गया है, लेकिन मैं इसका नैतिक समर्थन करता हूं।” जब उनसे 6 जनवरी को महागठबंधन द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग के मुद्दे पर किए जा रहे प्रदर्शन के बारे में पूछा गया, तो तेजस्वी यादव ने कहा, “मेरा हमेशा सहयोग रहा और आगे भी रहेगा।”
बेरोजगार नेता का तंज
तेजस्वी यादव ने खुद को “नेता बेरोजगार” बताते हुए कहा कि उनका यह यात्रा कार्यकर्ताओं से संवाद करने और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए है। तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार की राजनीति में हर कदम बड़े सोच-समझ कर उठाए जाते हैं, और उनका उद्देश्य हमेशा जनता की सेवा करना है। तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आया है और प्रशांत किशोर जैसे नेताओं पर जमकर हमला बोला।