सिटी पोस्ट लाइव : राज्य सरकार ने चार आयोग और दो बोर्ड का पुनर्गठन किया है. जदयू और राजद के पूर्व विधायक और पूर्व सांसद को इनका अध्यक्ष बनाया गया है. नेताओं-कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाया गया है. पूर्व सांसद अश्वमेघ देवी को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है.अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष बनाए गए रेयाजुल हक राजू और संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष भोला यादव. सलीम परवेज को मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष बनाया गया है.
राजद के राजेंद्र कुमार राम अनुसूचित जाति आयोग के और जदयू के संतोष निराला महादलित आयोग के अध्यक्ष बनाए गए हैं. राजद के पूर्व विधायक भोला यादव संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष बनाए गए हैं. राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन के अलावा कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा, जदयू के विधायक विनय चौधरी और ललित मंडल इसके सदस्य बनाए गए हैं.
मदरसा एवं संस्कृत बोर्ड में विधायकों को भी जगह दी गई है. भाकपा माले के विधायक महबूब आलम, राजद के सैय्यद रुकनुद्दीन अहमद और जदयू के विधान परिषद सदस्य खालिद अनवर मदरसा बोर्ड के सदस्य बनाए गए हैं. सदस्यों के अन्य पद भी जदयू-राजद के समर्थकों-कार्यकर्ताओं के बीच बंट गए हैं.अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष का पद राजद को मिला तो उपाध्यक्ष पद पर जदयू के नौशाद आलम मनोनीत हुए. सदस्यों के सात में से राजद को चार और जदयू को दो पद मिला है.एक सदस्य मुकेश जैन स्वतंत्र हैं.
जदयू महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्वेता विश्वास महिला आयोग की सदस्य बनी हैं.राजद कोटे से प्रभावती मांझी, सुनीता कुशवाहा एवं गीता यादव को सदस्य बनाया गया है. महिला आयोग की सदस्य प्रभावती मांझी, रबिया खातून, सुनीता कुशवाहा एवं प्रो. गीता यादव राजद कोटे से हैं.सुजाता सुम्ब्रई और सुलोचना देवी सामाजिक कार्यकर्ता हैं. राजद के पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राम राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बनाए गए हैं.जदयू के ललन भूइयां को उपाध्यक्ष बनाया गया है. जदयू के श्याम बिहारी राम और राजद के जगदीश चौधरी एवं अशोक पासवान इस आयोग के सदस्य बनाए गए हैं.