सिटी पोस्ट लाइव : जाति सर्वेक्षण के काम में नीतीश कुमार को मिली सफलता को कांग्रेस ने अपना हथियार बना लिया है. कांग्रेस आज नीतीश कुमार के गेंद से ही मैदान में बड़ा खिलाड़ी बनने की कोशिश कर रही है. नीतीश ने सर्वेक्षण रिपोर्ट पर विधानसभा में चर्चा के बाद ही किसी तरह के नीतिगत फैसले की बात कही है. लेकिन कांग्रेस ने तो अब इसे विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव के लिए अपना अस्त्र ही बना लिया है. राहुल गांधी तो नीतीश से एक कदम आगे बढ़ कर आबादी के हिसाब से आरक्षण तक की बात कहने लगे हैं.
जनता पार्टी के राज में जब बीपी मंडल आयोग की पिछड़ों पर रिपोर्ट आई तो बाद की कांग्रेस सरकार ने उसे कबाड़ में फेंक दिया. इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकारों ने उसकी कोई सुध नहीं ली. मंडल आयोग ने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण की सिफारिश की थी. आश्चर्यजनक ढंग से उसी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अब आबादी के हिसाब से आरक्षण सीमा तय करने का वादा कर रहे हैं.जाहिर है राहुल गांधी के इस बदले स्टैंड से केवल बीजेपी को परेशानी नहीं होगी बल्कि क्षेत्रीय दलों की मुश्किलें बढेगी.जातीय राजनीति करनेवाले क्षेत्रीय दल जो आज कांग्रेस के साथ हैं ,उन्हें भी इसका नुकशान हो सकता है.