सिटी पोस्ट लाइव : अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और इस साल के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सभी दलों-गठबंधनों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. दिल्ली में बीजेपी की आज (बुधवार) पांच राज्यों में कुछ ही महीनों बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक हो रही है. उधर कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार-झारखंड के नेताओं को दिल्ली तलब किया है. बीजेपी की बैठक सिर्फ एक दिन के लिए है, जबकि कांग्रेस 16-17 अगस्त को बैठक कर रही है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में इसी साल चुनाव होने हैं.
कांग्रेस पार्टी ने भी बिहार-झारखंड के अपने नेताओं को दिल्ली तलब किया है. बुधवार और गुरुवार (16-17 अगस्त) को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार-झारखंड के काग्रेस नेताओं के साथ बैठक करने वाले हैं. बिहार में आरजेडी और जेडीयू के शीर्षस्थ नेता भी मिलते रहे हैं और सीट बंटवारे वगैरह मुद्दों पर विमर्श होता रहा है. जुलाई-अगस्त में अब तक बिहार के सीएम और जेडीयू के नेता नीतीश कुमार चुनावी चर्चा के लिए आधा दर्जन बार आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर चुके हैं. बिहार में छह दलों का महागठबंधन है. सबके लिए सीटों के बंटवारे का खाका तैयार हो चुका है. सिर्फ अगली किसी बैठक में इस पर मुहर लग सकती है.
झारखंड कांग्रेस के नेताओं के साथ आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बैठक कर रहे हैं.बिहार के नेताओं के साथ कल यानी गुरुवार को बैठक करेगें. बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे. बिहार से कांग्रेस के करीब तीन दर्जन नेता बैठक में शामिल होंगे. इनमें सभी विधायक, एमएलसी, और संगठन के पदधारियों के अलावा कुछ सीनियर लीडर भी रहेंगे. कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के मुताबिक खरगे ने बिहार-झारखंड के कांग्रेस नेताओं को दिल्ली बुलाया है. 17 अगस्त को बिहार कांग्रेस के विधायकों, पदाधिकारियों और कुछ अन्य सीनियर लीडर्स के साथ खरगे और राहुल बैठक करेंगे. बिहार से दिल्ली जाने वाले कुल 35 नेता हैं. बिहार में महागठबंधन सरकार में आरजेडी, जेडीयू और वाम दलों के साथ कांग्रेस भी शामिल हैं. कांग्रेस के बिहार में 19 विधायक हैं. बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ संभवतः सीटों को लेकर बात होगी. उम्मीदवारों पर अभी चर्चा शायद न हो, इसलिए कि चुनाव में अभी वक्त है.
बिहार में कांग्रेस को आरजेडी और जेडीयू के रहमोकरम पर ही रहना पड़ेगा.कि सांसदों की दृष्टि से जेडीयू महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है. उसने पिछले लोकसभा चुनाव में 16 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि आरजेडी विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है. इसलिए माना जा रहा है कि दोनों पार्टियां कम से कम 15 -15 सीटों पर लड़ेगी .कुल 40 सीटों में बची 8 से 10 सीटों में से अधिक से अधिक 8 सीटें कांग्रेस को और वाम दलों को दो से तीन सीटें मिल सकती हैं.