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पटना। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी, राबड़ी देवी, एक महिला DSP के खिलाफ जमकर बरसीं। बिहार विधान परिषद के बाहर खड़े होकर उन्होंने डीएसपी ज्योति कुमारी पर गंभीर आरोप लगाए और उनके व्यवहार को अमानवीय करार दिया।
राबड़ी देवी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दरभंगा में हाल ही में ट्रांसफर होकर आईं डीएसपी ज्योति कुमारी निर्दोष ग्रामीणों के साथ अत्याचार कर रही हैं। उनके व्यवहार से लोग इतने भयभीत हो गए हैं कि गांव के गांव खाली हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि डीएसपी ज्योति बिना किसी ठोस वजह के आम नागरिकों पर अत्यधिक बल प्रयोग कर रही हैं। उनके द्वारा किए जा रहे लाठीचार्ज और मारपीट से ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

राबड़ी देवी ने दावा किया कि बड़ी संख्या में लोग दरभंगा से उनके आवास पर पहुंचे और अपने शरीर पर पड़े घाव दिखाए। उन्होंने कहा, “मेरे गेट के बाहर दरभंगा के पीड़ित लोग रोते हुए खड़े थे, वे अपने ज़ख्म दिखा रहे थे और इंसाफ की गुहार लगा रहे थे। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? सरकार इस पर चुप क्यों है?”
उन्होंने सरकार से सीधा सवाल किया कि आखिर प्रशासन ऐसी घटनाओं पर चुप क्यों बैठा है? क्यों निर्दोष जनता को पीटा जा रहा है? राबड़ी देवी ने यह भी आरोप लगाया कि डीएसपी ज्योति कुमारी का व्यवहार तानाशाही जैसा है, जिससे लोग डरे हुए हैं और अपने घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। इस दौरान उनके साथ राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, सुनील सिंह और कई अन्य राजद नेता मौजूद थे।
राबड़ी देवी का गुस्सा साफ झलक रहा था और वह बार-बार सरकार से जवाब मांग रही थीं। उन्होंने कहा कि बिहार में प्रशासन का ऐसा रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता और सरकार को तत्काल इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। राबड़ी देवी के इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और क्या डीएसपी ज्योति कुमारी पर कोई कार्रवाई की जाती है या नहीं।