सिटी पोस्ट लाइव : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर आगामी विधान सभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रदर्शन को संभावित लेकर बड़े बड़े दावे कर रहे हैं.उन्होंने कहा है कि अगर नीतीश कुमार एनडीए के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार रहे तो लड़ाई बहुत आसान हो जायेगी.नीतीश कुमार की पार्टी 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ पायेगी.जेडीयू मुश्किल से 20 सीटें जीतेगी.उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नाराजगी नीतीश कुमार से है.लोग उनसे उब चुके हैं और लालू यादव की पार्टी आरजेडी के शासन का खामियाजा भुगत चुके हैं.ऐसे में नाराज लोग तीसरे विकल्प की तलाश में हैं.उन्होंने कहा कि जन-सुराज विकल्प के रूप में लोगों के सामने होगी.
प्रशांत किशोर ने सत्ता में आते ही सबसे पहले शराबबंदी को ख़त्म करने का ऐलान करते हुए कहा कि इससे सबसे ज्यादा नुकशान गरीबों का हुआ है.लाखों गरीब आज शराबबंदी की वजह से जेल में हैं और उनके परिवार की महिलायें संकट में हैं.उन्होंने कहा कि शराबबंदी पूरी तरह से बिफल है.शराब की होम डिलीवरी हो रही है.शराब माफिया और पुलिस की जेब में हर साल 20 हजार करोड़ रूपये जा रहा है और राज्य को राजस्व का बड़ा नुकशान हो रहा है.उन्होंने कहा कि गांधी जी शराब के खिलाफ थे लेकिन शराबबंदी के पक्षधर नहीं थे.गांधी जी शाकाहारी भोजन की बात जरुर करते थे लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो मांसाहार पर प्रतिबन्ध चाहते थे.
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