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पटना: पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर की तबियत खराब हो गई है। डॉक्टरों की टीम ने उनका टेस्ट किया है। डॉक्टर का कहना है कि ब्रोंकाइटिस के लक्षण हैं। प्रशांत किशोर को डॉक्टरों की टीम ने तुरंत दवा खाने की सलाह दी है, लेकिन प्रशांत किशोर ने दवा लेने से मना कर दिया है। उनकी बिगड़ती हालत से डॉक्टरों की टीम चिंतित हो गई है।
प्रशासन के द्वारा भी डॉक्टरों की टीम भेजी गई है। प्रशासन की ओर से भेजी गई डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की है। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के कारण प्रशांत किशोर के चेस्ट में ब्रोंकाइटिस के लक्षण हैं। प्रशांत किशोर ने दवा लेने से इनकार कर दिया है।
बता दें कि जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर दो जनवरी की शाम पांच बजे से गांधी मैदान में बापू प्रतिमा के समीप बीपीएससी अभ्यर्थियों के लिए रीएग्ज़ाम कराने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं। गांधी मैदान में खुले में बैठने की वजह से और भूखे होने की वजह से उनकी तबियत बिगड़ रही है। प्रशांत किशोर के समर्थक काफी चिंतित दिख रहे हैं। बीपीएससी अभ्यर्थियों ने भी प्रशांत किशोर की सेहत को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि वे यह कभी नहीं भूलेंगे कि प्रशांत किशोर ने उनके हितों के लिए अपनी जान तक खतरे में डाल दी है।
क्या होती है ब्रोंकाइटिस?
यह अक्सर एक वायरल संक्रमण के कारण होता है, जैसे कि सर्दी-जुकाम या फ्लू। इसके लक्षण में खांसी, बलगम, बुखार, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ शामिल हो सकती है। क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस एक दीर्घकालिक स्थिति है जो आमतौर पर प्रदूषण के कारण उत्पन्न होती है। इसमें श्वसन नलिकाओं में स्थायी सूजन होती है और इसके लक्षण खांसी और कफ का उत्पादन अक्सर लंबे समय तक रहता है। इसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के एक हिस्से के रूप में देखा जाता है।
लक्षण:
- खांसी, जो कई हफ्तों तक रहती है
- बलगम या कफ का आना
- सांस लेने में तकलीफ
- सीने में जकड़न या दर्द
- गले में खराश
- बुखार