कोर्ट बेल देने को तैयार, जेल जाने पर अड़े प्रशांत

Manisha Kumari

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: प्रशांत किशोर को आखिरकार जमानत मिल गई है, जिससे उनके समर्थकों में राहत की लहर दौड़ गई है। जो प्रशांत किशोर के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है। जमानत मिलने के बाद, प्रशांत किशोर के समर्थकों ने इसे एक बड़ी राजनीतिक जीत माना है, वहीं उनके खिलाफ खड़े लोग अब भी इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। यह एक ऐसा मोड़ था, जिसकी उम्मीद उनके समर्थकों ने आखिरी समय तक नहीं छोड़ी थी, और अब वे इस फैसले से उत्साहित हैं। बता दें कि प्रशांत किशोर को 25 हजार मुचलके पर जमानत मिली है। साथ ही गांधी मैदान थाने में उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज है।

वहीं प्रशांत किशोर सशर्त जमानत लेने से इनकार कर दिए है। कुछ घंटो पहले ही पुलिस फतुहा के सामुदायिक भवन से बाहर निकाला कर प्रशांत किशोर को सिविल कोर्ट लेकर गई थी। अनशन से हटाऩे के दौरान देर रात एक पुलिस ने प्रशांत किशोर को थप्पड़ जड़ दिया था। वहीं, इस दौरान प्रशांत किशोर के समर्थक और विपक्षी दोनों इस कार्रवाई को लेकर अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे थे।

प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी पर पटना के जिलाधिकारी ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने बताया कि किशोर के साथ कुछ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि अब तक 30 लोगों का वेरिफिकेशन हो चुका है, और इनमें से कोई भी छात्र नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राज्य के बाहर से भी हैं, और उनका भी वेरिफिकेशन किया जा रहा है। यह कार्रवाई पूरी तरह से नियम और कानून के तहत की गई है, और आगे इन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा। न्यायालय का जो भी आदेश होगा, वह लागू किया जाएगा।

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने अपील की कि अब चूंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में जा चुका है, सभी को अपनी बात वहीं रखनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वैनिटी वैन को परिवहन कार्यालय में रखा गया है, और उसकी भी जांच चल रही है। सभी व्यक्तियों का वेरिफिकेशन जारी है, और उसके बाद स्थिति को स्पष्ट किया जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी खुलासा किया कि 45 में से 30 लोग छात्र नहीं हैं, जिसने इस पूरे मामले को एक नया मोड़ दिया है। अब यह देखना बाकी है कि प्रशांत किशोर इस मौके का कैसे इस्तेमाल करते हैं, और क्या यह उनके राजनीतिक भविष्य के लिए नया अध्याय शुरू करेगा।

Share This Article