पीके ने लाठीचार्ज को लेकर सरकार पर कसा तंज, बोले सरकार ने लाठी चलवाया

Manshi Sah

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: बीपीएससी छात्रों के साथ मुख्य सचिव की मुलाकात के बाद आज प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “जब तक मैं गांधी मैदान में था, वहां लाठी चार्ज नहीं हुआ। मेरे जाने के बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज किया। मैंने छात्रों से कहा था कि वे हट जाएं, लेकिन एक गुट ने मेरी बात नहीं मानी और वहीं बैठा रहा। दस मिनट बाद पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया।”

प्रशांत किशोर ने मीडिया से कहा, “अगर मैं गर्दनीबाग में धरना नहीं हटवाता, तो छात्रों की बात सरकार से कैसे होती?” उन्होंने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा, “नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि कुछ रिटायर्ड अधिकारी बिहार को चला रहे हैं। नीतीश कुमार ने छात्रों को उपद्रवी कहा था और लाठी सरकार ने चलवायी थी। आप उनसे इस सवाल का जवाब मांगिए।”

प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि, “मेरे जाने के बाद छात्रों ने मुझसे कहा कि अगर मैं वहां एक घंटा और रुकता, तो लाठीचार्ज नहीं होता।” इसके बाद उन्होंने पटना के सिटी एसपी स्वीटी सहारावत को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अभी नए अधिकारी हैं और खुद को हीरो बना रही हैं। किशोर ने कहा, “यह उनके लिए महंगा पड़ सकता है, हम कोर्ट जाएंगे, मानवाधिकार आयोग में जाएंगे और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करेंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि बीपीएससी छात्रों ने मुख्य सचिव से मुलाकात में परीक्षा रद्द करने की मांग को एक बार फिर जोर-शोर से कदम उठाया और अपनी बात रखी। मुख्य सचिव ने छात्रों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी। हालांकि, छात्रों ने साफ किया कि अगर सरकार बीपीएससी परीक्षा रद्द नहीं करती, तो उनका आंदोलन जारी रहेगा।

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि “सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है, लाठीचार्ज ने छात्रों के संघर्ष को और मजबूत किया है। हम कोर्ट जाएंगे, हम चुप नहीं बैठेंगे।” प्रशांत किशोर का यह बयान प्रदेश में राजनीतिक माहौल को गर्म कर सकता है और छात्रों के आंदोलन को लेकर सरकार पर दबाव और बढ़ सकता है।

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