सिटी पोस्ट लाइव : कल 19 दिसम्बर को आईएनडीआईए (इंडिया गठबंधन ) की होने वाली बैठक में सीट शेयरिंग पर बात होगी. प्रदेशों में जिस दल की जितनी ताकत है, उस हिसाब से सीट बटवारे का मसला जेडीयू उठाएगा.पूर्व के आम चुनाव में वोटों के प्रतिशत को आधार बनाए जाने की संभावना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सोमवार को इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हो रहे हैं.जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सिंह भी बैठक में रहेंगे.
वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान जदयू 21.81 प्रतिशत वोट आए थे.जेडीयू वोट के प्रतिशत के लिहाज से दूसरे नंबर पर था. 23.58 प्रतिशत वोट के साथ भाजपा एक नंबर पर थी .आरजेडी को 15.86 प्रतिशत मिले थे.लेकिन उसे एक भी सीट नहीं मिल पाई थी. कांग्रेस को 10 प्रतिशत वोट भी नहीं मिले थे. कांग्रेस को 7.70 प्रतिशत वोट मिले थे और एक सीट भी उसे मिल गयी थी.
2019 में जब एनडीए और महागठबंधन के साथ टक्कर हुई थी, तब आज के आईएनडीआईए के नेता आमने-सामने थे.वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर जदयू के सांसद हैं और वहां जदयू के साथ सीधे मुकाबले में कांग्रेस के प्रत्याशी थी. जदयू इस सीट को अपनी परंपरागत सीट मानता है. कटिहार लोकसभा सीट से जदयू के सांसद हैं. वहां 2019 में जदयू का सीधा मुकाबल कांग्रेस से था.कांग्रेस इस सीट को अपनी परंपरागत सीट मानती रही है. सीतामढ़ी लोकसभा सीट जदयू की है. वहां जदयू का मुकाबला राजद से था.
झंझारपुर लोकसभा सीट पर राजद के साथ जदयू का मुकाबला था और जीत जदयू की हुई थी. किशनगंज में कांग्रेस को जीत मिली थी और मुकाबले में जदयू था.पूर्णिया सीट जदयू की है और 2019 के मुकाबले में वहां कांग्रेस दूसरे नंबर पर थी. सीवान में जदयू और राजद, सुपौल में जदयू और कांग्रेस का मुकाबला था. मधेपुरा में जदयू ने राजद को हराया था.गोपालगंज में यहीं हुआ था. बांका में जदयू के गिरधारी यादव जीते थे और मुकाबला राजद के जयप्रकाश नारायण यादव से था. जहानाबाद में भी परिणाम यही था. आरा में भाकपा (माले) के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर थे.