सिटी पोस्ट लाइव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के कई राज्यों को बड़ी सौगात देने वाले हैं. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा. इनमें बिहार के 49 स्टेशनों का भी पुनर्विकास किए जाने की योजना है. इसके तहत हर स्टेशन का शहर के सिटी सेंटर के रूप में विकास किया जाएगा, जहां रूफ प्लाजा, शॉपिंग जोन, फूड कोर्ट, चिल्ड्रन प्ले एरिया, जैसी कई सुविधाएं रहेंगी.इसके साथ ही यात्रियों की सहूलियत के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार होंगे. मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था होगी. लिफ्ट एस्केलेटर, ट्रैवलेटर एग्जीक्यूटिव लाउंज वेटिंग एरिया के अतिरिक्त दिव्यांग जनों के अनुकूल सुविधाएं होंगी. कनेक्टिविटी के मल्टीमॉडल एकीकरण से पुनरीक्षित स्टेशन क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक प्रगति के केंद्र बनेंगे.
बिहार के जिन स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है उनमें अनुग्रह नारायण रोड, आरा जंक्शन, बख्तियारपुर जंक्शन, बापूधाम मोतिहारी, बाढ़, बारसोई जंक्शन, भभुआ रोड, बिहार शरीफ, बिहिया, दलसिंहसराय, दरभंगा जंक्शन, ढोली, डुमराव, दुर्गावती, फतुहा जंक्शन, गया जंक्शन, हाजीपुर जंक्शन, जमालपुर, जमुई, जयनगर, जहानाबाद, कहलगांव, खगड़िया जंक्शन, किशनगंज, लखमीनिया, मधुबनी, मानसी जंक्शन, मुजफ्फरपुर जंक्शन, नरकटियागंज, नवगछिया, पहाड़पुर, पीरपैंती, रघुनाथपुर, राजगीर, रामदयालु नगर, सुगौली जंक्शन, सहरसा जंक्शन, सकरी जंक्शन, सलोना, समस्तीपुर, सासाराम, सिमुलतला, सीतामढ़ी, सोनपुर, सुल्तानगंज, तारेगना, ठाकुरगंज, एवं कुदरा स्टेशन शामिल हैं.
पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया है- ‘6 अगस्त रेलवे क्षेत्र (Railways Sector) के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. सुबह 11 बजे ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जाएगी. लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लागत से होने वाला पुनर्विकास हमारे देश में रेलवे के बुनियादी ढांचे की कल्पना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा. यह ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा देगा और आराम के साथ-साथ सुविधा भी बढ़ाएगा. यह सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष ध्यान रखा गया है कि स्टेशन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला के अनुरूप हों.’
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