सिटी पोस्ट लाइव : दिवाली में पटना समेत कई शहरों में पटाखे छोड़ने पर प्रतिबन्ध लगाय गया है.लेकिन इसके वावजूद लोग पटाखे छोड़ रहे हैं.दिवाली में पटाखा छोड़ने वालों को ये जान लेना चाहिए कि विश्व के 100 सबसे प्रदूषित शहरों में पटना अब दूसरे पायदान पर जा पहुंचा है.अगर लोग ऐसे ही पटाखे छोड़ते रहे और सरकार ने अगर इसपर जल्द ही कड़े कदम नहीं उठाए तो परिणाम भयावह हो सकता है’. दिवाली पर धड़ल्ले से पटाखे छोड़े जा रहे हैं. बॉम्ब और अतिबाजियों की तो जैसे झड़ी लगी हुई है. सड़क पर चलना दुर्भर है. बायपास पर भी गाडियां रेंग रही हैं. भीड़ प्रबंधन में प्रशासन के तमाम इंतजाम नाकाबिल साबित होते दिखाई दे रहे हैं.
लोग चाइनीज लाईटों की ओर रुख सस्ती होने की वजह से कर रहे हैं. हालांकि, कई ग्राहक इंडियन लाइट लेना ही पसंद करते हैं. लाईटों की रेंज 25 रुपए से शुरू होकर हजारों रुपए तक हैं. लाईटों में ही एक पटाखे वाली लाईट भी खासा प्रसिद्ध हो रही है. इस लाईट की खासियत है कि इसको जलाते ही इसमें से सभी तरह के पटाखों की आवाज़ एक साथ निकलती है. जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि एकसाथ हजारों पटाखें जलाए जा रहे हैं. प्रदूषण को देखते हुए ऐसी लाइटें पटाखों का अच्छा विकल्प बन सकती हैं.
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