पटना शहर नरक में तब्दील, जल जमाव से सड़कें धंसीं.
निर्माण एजेंसियों ने रीस्टोर के नाम पर की केवल खानापूर्ति, शहर की सैकड़ों सड़क बदहाल.
सिटी पोस्ट लाइव : मानसून की पहली बारिश में ही राजधानी पटना की सूरत बिगाड़ दी है.शहर के कई ईलाओं और मुहल्लों की सड़कें धंसक गई हैं. यहां आने-जाने वाले वाहन फंस रहे हैं . कई जगह से हादसों की सूचनाएं भी मिल रही हैं. पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बुडको को लापरवाही करने वाली एजेंसियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.मानसून से पहले ही बुडको नमामि गंगे प्रोजेक्ट में लगी निर्माण एजेंसियों को नोटिस थमा चुका है. बावजूद इसके शहर में बड़ी संख्या में खोदी गई सड़कों को रीस्टोर नहीं किया गया.
.नमामि गंगे प्रोजेक्ट में लगी एजेंसियों के अनुबंध में ही खोदी गई सड़कों को रीस्टोर करने का नियम है.लेकिन बुडको के अधिकारियों का कहना है कि मुख्य सड़कों की मरम्मत के लिए पथ निर्माण विभाग को राशि दे दी गई है.अशोक राजपथ से कदमकुआं के कई इलाकों में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत सीवेज लाइन बनाने के लिए सड़कें खोदी तो गई, लेकिन इसे बेहतर ढंग से रीस्टोर नहीं किया गया.मेट्रो के साथ ही डबल डेकर पुल का काम चल रहा है. इसके चलते अशोक राजपथ में सड़क की स्थिति जर्जर है.ओरिएंटल कॉलेज के सामने खोदी गई सड़क धंसकने से जाम की स्थिति बन रही है.
पटना का कोई ऐसा वार्ड नहीं है, जहां अंदर की सड़कें बेहतर हों. जर्जर सड़कों के चलते जगह-जगह जलजमाव के हालात बने हुए हैं. नगर निगम केवल मुख्य सड़कों व चौक-चौराहों पर वोरिंग लगाकर बारिश के पानी को खींच रहा है, लेकिन कॉलोनियों की सड़कों पर जमे पानी को निकालने का काई इंतजाम नहीं किया जा रहा है.
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