सिटी पोस्ट लाइव
हज़ारों छात्र-छात्राओं ने इस कपकपाती ठंड में 16 दिनों तक गर्दनीबाग में आंदोलन किया। सड़क पर लाठियां खाईं और मांग की कि बीपीएससी रीएग्ज़ाम कराया जाए, पर आज सरकार के कदम से यह साफ़ हो गया कि रीएग्ज़ाम नहीं कराया जाएगा। बापू सभागार परीक्षा केंद्र की रद्द की गई परीक्षा चार जनवरी को होगी। इसको लेकर जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर दिया है। अगर परसों यह परीक्षा हो गई, तो साफ़ है कि अभ्यर्थियों की रीएग्ज़ाम की मांग सरकार नहीं मानेगी।
ऐसा इसलिए है, क्योंकि गड़बड़ी की शिकायत के बाद सरकार ने इसी एक परीक्षा केंद्र बापू सभागार केंद्र पर रीएग्ज़ाम कराने का फ़ैसला लिया था। यह रीएग्ज़ाम चार जनवरी को होने जा रहा है। अब ऐसा तो होगा नहीं कि पहले एक केंद्र पर सरकार रीएग्ज़ाम कराएगी और फिर इसे भी रद्द कर फिर से रीएग्ज़ाम कराएगी। अगर सरकार की मंशा पूरे बिहार में फिर से परीक्षा कराने की होती, तो सबसे पहले सरकार चार जनवरी को होने जा रहे इस रीएग्ज़ाम को रोकती।
जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि इस परीक्षा के लिए 24 स्टैटिसटिक्स मजिस्ट्रेट, 22 जोनल मजिस्ट्रेट, सात उड़न दस्ता दल की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिला प्रशासन ने अपने गाइडलाइन में यह भी कहा है कि जिला नियंत्रण कक्ष में 14 मजिस्ट्रेट को सुरक्षित रखा गया है। किसी भी परिस्थिति में परीक्षा केंद्र के आसपास धरना-प्रदर्शन और पांच लोगों के एक साथ खड़ा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जो इसका उल्लंघन करेंगे उनके खिलाफ मामला दर्ज होगा और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
परीक्षा 12:00 बजे दिन से 2:00 बजे दिन तक होगी। 11:00 के बाद किसी भी हालत में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने गाइडलाइन में यह भी कहा है कि पुलिस अधिकारी उस दिन लगातार परीक्षा केंद्र के आस-पास गश्त करेंगे और पेट्रोलिंग करेंगे। परीक्षा शांतिपूर्ण कराने के लिए सभी थाना अध्यक्ष के साथ-साथ सिटी एसपी सेंट्रल सिटी वेस्ट को लगाया गया है।