सिटी पोस्ट लाइव : बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) विधानसभा में अपने भाषण के दौरान जनसंख्या नियंत्रण प्रक्रिया में महिलाओं की भूमिका पर “अश्लील” टिप्पणी करने के बाद खुद विवादों में घिर गए हैं. विधायकों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि “हम चाहते हैं लड़की पढ़ाई करे. जब शादी होगा लड़का-लड़की में, तो जो पुरुष है वो तो रोज रात में करता है ना… तो उसी में और (बच्चा) पैदा हो जाता है. और लड़की पढ़ लेती है तो उसको मालूम रहेगा कि ऊ (पति) करेगा ठीक है, लेकिन अंतिम में भीतर मत घुसाओ, उसको बाहर कर दो. उसी वजह से संख्या घट रही है.
. नीतीश कुमार की महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) नाराज है. एनसीडब्ल्यू की चीफ रेखा शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार को तुरंत माफी मांगनी चाहिए.रेखा शर्मा ने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि एनसीडब्ल्यू इस देश की प्रत्येक महिला की ओर से सीएम नीतीश कुमार से तत्काल माफी की मांग करता है. विधानसभा में उनकी अमर्यादित टिप्पणी उस गरिमा और सम्मान का अपमान है जिसकी हर महिला हकदार है. उनके भाषण के दौरान इस्तेमाल की गई ऐसी अपमानजनक और घटिया भाषा हमारे समाज पर एक काला धब्बा है. हम इस तरह के व्यवहार के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और पूरे मामले को लेकर जवाबदेही की
विधान सभा में नीतीश कुमार के बयानों का एक वीडियो कुछ ही समय में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें भाजपा ने महिलाओं के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने के लिए उन पर जमकर हमला बोला है. नीतीश कुमार अपनी सरकार द्वारा कराई गई नवीनतम जाति जनगणना के आंकड़े पेश कर रहे थे. सोशल मीडिया यूजर्स ने भी सीएम नीतीश कुमार की महिलाओं पर टिप्पणी को गलत बताया है.
बिहार के मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए, भाजपा की बिहार इकाई ने नीतीश कुमार को ‘भारतीय राजनीति के इतिहास में सबसे अशिष्ट राजनीतिज्ञ’ कहा है. बीजेपी की बिहार इकाई ने सोशल साइट एक्स पर लिखा, ‘हमने भारतीय राजनीति में नीतीश कुमार जैसा अभद्र राजनेता कभी नहीं देखा… उनके दिमाग में एडल्ट बी-ग्रेड फिल्म का कीड़ा घुस गया है… उनके दोहरे अर्थ वाले संवादों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.’