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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ को स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री की शुक्रवार को मुजफ्फरपुर और शनिवार को हाजीपुर जाने की योजना थी, लेकिन अब इसे स्थगित कर दिया गया है।
मुजफ्फरपुर में यात्रा को लेकर पूरी तैयारी हो चुकी थी। यहां तक कि शहर के मार्गों को डायवर्ट कर दिया गया था और कुछ रास्तों को बंद भी किया गया था। जिला प्रशासन ने यात्रा की तैयारियों को लेकर शाम तक सभी इंतजाम कर लिए थे, लेकिन देर रात डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद अचानक यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के कारण अन्य नेताओं ने भी अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ का पहला चरण 23 दिसंबर 2024 से शुरू हुआ था और यह 28 दिसंबर तक चलने वाला था। इसके बाद, दूसरा चरण 4 जनवरी 2025 से शुरू होगा और 13 जनवरी तक चलेगा, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छह जिलों का दौरा करेंगे। हालांकि, अब यह देखना होगा कि जो मुजफ्फरपुर और हाजीपुर की यात्रा रद्द की गई है, उनके लिए नई तारीखें कब तय की जाएंगी। फिलहाल, इस बारे में कोई नई जानकारी सामने नहीं आई है।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार कल राजकीय सम्मान के साथ होने की संभावना है, और इसकी आधिकारिक घोषणा आज कांग्रेस द्वारा की जाएगी।
डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली के मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित उनके आवास पर रखा गया है। इसे एम्स से रात को यहां लाया गया और आज इसे आम जनता और विशेष अतिथियों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें।
पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार कल पूरे राजकीय सम्मान के साथ होने की संभावना है। इसके लिए आधिकारिक घोषणा कांग्रेस द्वारा आज की जाएगी। उनके निधन के बाद केंद्र सरकार ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है, जिसके दौरान सभी सरकारी भवनों पर तिरंगा आधा झुका रहेगा। 92 वर्षीय डॉ. मनमोहन सिंह ने गुरुवार रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें एम्स के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। वे दो बार भारत के प्रधानमंत्री रह चुके थे।
भारत में जब किसी पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार होता है, तो इसके लिए विशेष राजकीय प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है, जो उनके देश के प्रति योगदान और पद की गरिमा को सम्मानित करता है। अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में लपेटा जाता है। इसके बाद, 21 तोपों की सलामी दी जाती है, जो राजकीय सम्मान का प्रतीक मानी जाती है। अंतिम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाता है, जिसमें गणमान्य व्यक्तियों और नेताओं की उपस्थिति होती है।
आज सुबह 11 बजे केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। सरकार ने आज के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। कांग्रेस ने बेलगावी में चल रही सीडब्ल्यूसी की विशेष बैठक भी रद्द कर दी है, और पार्टी के प्रमुख नेता अब दिल्ली पहुंच रहे हैं।