सिटी पोस्ट लाइव : बुधवार को एनआइए टीम ने टिकारी के तिताईगंज मोहल्ले में एक युवक को उसके नाम से निर्गत मोबाइल नंबर के आधार पर पूछताछ के लिए उठाया.युवक ने बताया कि उक्त मोबाइल नंबर का उपयोग उसके मित्र विकास द्वारा किया जा रहा था. इसके बाद एनआइए की टीम ने तिताईगंज के ही निवासी विकास को उठाया और टिकारी थाने में घंटों पूछताछ व जानकारी ली. मिली जानकारी के मुताबिक, यह मोबाइल नंबर एनआइए की रडार पर था, इससे कई संदिग्ध नंबरों पर बातचीत की गई है.
गौरतलब है कि गया के टिकारी में बीते साल अगस्त महीने में हुडरही गांव से शीर्ष नक्सली नेता भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा, सब-जोनल कमेटी सदस्य अनिल यादव उर्फ अंकुश एवं नक्सली समर्थक विनोद मिश्रा की गिरफ्तारी किया था.उसी सिलसिले में बुधवार को एनआईए की टीम टेकारी पहुंची थी. एनआइए की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, गया जिले के दो जगहों पर छापेमारी कर तालाशी ली गई. विकास का मोबाइल जब्त कर लिया गया, उसको पूछताछ के लिए चार सितंबर को पुन: एनआइए कार्यालय बुलाया गया है.
पिछले साल टिकारी थानाक्षेत्र के हुड़रही गांव से प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के तीन नेताओं को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था. ये तीनों प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा, अनिल यादव उर्फ अंकुश और विनोद मिश्रा अभी पटना के बेउर जेल में बंद हैं. ये सीपीआइ (माओवादी) को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने की साजिश में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए. इसके लिए कैडरों की भर्ती करने और लेवी वसूलने की प्रक्रिया में थे।एनआइए ने इस साल फरवरी में पटना की विशेष अदालत में प्रमोद मिश्रा और अनिल यादव के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
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