मध्यान्ह भोजन योजना में डाटा एंट्री ऑपरेटरों की सेवा समाप्ति पर विरोध प्रदर्शन

Rahul
By Rahul

सिटी पोस्ट लाइव

पटना। मध्यान्ह भोजन योजना के तहत कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटरों को 31 मार्च से कार्यमुक्त करने का आदेश जारी किया गया है। इस फैसले के खिलाफ आज ऑपरेटरों ने मध्याह्न भोजन कार्यालय पहुंचकर जोरदार विरोध दर्ज कराया।

डाटा एंट्री ऑपरेटरों का आरोप है कि पिछले 4 से 5 महीनों से उन्हें वेतन नहीं मिला है। इसके अलावा, जब उनकी नियोजन अवधि को 1 वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया था, तब भी बीच में ही अनुबंध को समाप्त कर उन्हें काम से हटाया जा रहा है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके लिए रोजगार की नई व्यवस्था की जाए और उनका नियोजन विस्तार किया जाए, ताकि वे अपनी आजीविका सुचारू रूप से चला सकें।

हमारा पाँच महीने का वेतन अभी तक नहीं मिला है। T.A. के नाम पर केवल 100 रुपये दिए जा रहे हैं। पुराने BRP का सारा भुगतान हो चुका है और हर जिले में उन्हें वेतन मिल रहा है। लेकिन यहां अकाउंटेंट साहब कहते हैं कि VC के माध्यम से पैसे देने का निर्देश आया है। जब हम अपने जिले में जाते हैं, तो वहाँ कहा जाता है कि बजट ही नहीं है, तो पैसे क्यों दें? आखिरकार, हम बेरोजगार होकर जाएं तो जाएं कहां? हम मध्यान्ह भोजन योजना के डाटा एंट्री ऑपरेटर और प्रखंड साधन सेवी हैं। हमारी कुल संख्या 587 है। विनायक सर ने 17-10-2024 को हमारी सेवा का विस्तार किया था, लेकिन 31-03-2025 को हमें हटाने का पत्र जारी कर दिया गया।

– रवि कुमार, डाटा एंट्री ऑपरेटर

Share This Article