चुनाव के पहले तेजस्वी यादव का मास्टरस्ट्रोक.

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सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में  पिछले कुछ महीनों में सरकारी नौकरियों को लेकर बिहार सरकार ने कई अहम घोषणाएं की हैं. अबतक की गई सरकारी नौकरी की घोषणाओं के अनुसार  आनेवाले दिनों में राज्य में करीब एक लाख पदों पर बहाली होगी. इसमें सबसे अधिक 70 हजार पदों पर शिक्षकों की बहानी होनी है.इसके अलावा, बिहार पुलिस ने 21 हजार सिपाही के पदों पर नियुक्ति की घोषणा की है. सिपाही पदों के अतिरिक्त, दारोगा के 1,288 पदों पर नियुक्ति के लिए पांच अक्टूबर से ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे.

 

बिहार में सरकारी नौकरी एक बड़ा मुद्दा है. बीते कई सालों से सरकारी नौकरी की वैकेंसी नहीं निकलने से युवाओं में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा था।सरकारी नौकरी के एक लाख से अधिक वैकेंसी निकालकर महागठबंधन सरकार ने युवाओं के बीच एक सकारात्मक संदेश दिया है. इसे महागठबंधन सरकार का मास्टरस्ट्रोक भी कहा जा सकता है.बिहार में सरकारी नौकरियों घोषणा के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव काफी उत्साहित दिख रहे हैं. तेजस्वी यादव अपने एक्स हैंडल पर खूब सक्रियता दिखा रहे हैं. रविवार को वह इस बाबत दो बार वह अपने एक्स हैंडल पर आए. डुगडुगी बजाकर कोई जानकारी आम करने वाले अंदाज में उन्होंने यह लिखा- खुशखबरी! खुशखबरी! खुशखबरी! बिहार में नौकरियां अपार, हमारा संकल्प होता साकार.

 

उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर यह लिखा कि बिहार में शिक्षक बहाली के दूसरे चरण में 70,000 शिक्षकों की नियुक्ति होगी. प्रथम चरण में 1,70,461 से अधिक शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है. इसी महीने यह बात भी कही कि बिहार पुलिस में 21391 पदों पर सीधी नियुक्ति के लिए परीक्षा कैलेंडर जारी कर दिया गया है.तेजस्वी ने इस महीने एक दिन यह भी लिखा कि बुलंद है हमारा इरादा, पूरा करते हैं हम हर वादा. बिहार में बहाली अपार है, सरकारी नौकरियों की बहार है.शिक्षा, गृह एवं अन्य विभागों में दो लाख से अधिक पदों पर नियुक्ति प्रक्रियाधीन है.

 

सरकारी नौकरियों को लेकर तेजस्वी यादव काफी सक्रिय दिख रहे हैं. लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं. राज्य के युवाओं में सरकारी नौकरी के क्रेज को देखते हुए महागठबंधन के लिए यह मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है,पिछले चुनाव में तेजस्वी यादव ने सरकारी नौकरी को एक प्रमुख मुद्दा बनाकर नीतीश-भाजपा सरकार को घेरते नजर आए थे. उन्होंने वादा किया था कि अगर वह सरकार में आते हैं तो हर साल 10 लाख सरकारी नौकरियों की वैकेंसी निकालेंगे.

 

इस वादे को पूरा करना नामुमकिन सा है, लेकिन एक लाख अधिक की वैकेंसी निकालकर महागठबंधन सरकार ने युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित जरूर किया है.तेजस्वी यादव खुद को युवाओं के सबसे चहेते नेता के रूप में प्रोजेक्ट करना चाहते हैं. सरकारी नौकरियों की घोषणा इसमें मील का पत्थर साबित हो सकती हैं. इसका फायदा उन्हें आगामी चुनावों में मिलने की संभावना है.

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